सिरदर्द मुख्य रूप से तनाव, अत्यधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम, अपर्याप्त नींद और भूख, मोशन सिकनेस, अत्यधिक शोरगुल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अधिक प्रयोग के कारण सिरदर्द हो सकता हैं। कभी-कभी अधिक सोचना, अपर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी सिरदर्द के कारण हो सकता है ।
व्यक्तित्व में बदलाव।
बोलने में परेशानी होना।
सामाजिक तौर-तरीके भूल जाना।
चलने या संतुलन में परेशानी।
लोगों से कटे-कटे रहना।
यदि आपको हमेशा सिर दर्द की समस्या रहती है तो इसको डॉक्टर से दिखाने की आवश्यकता है। क्योंकि सिरदर्द धीरे-धीरे आपके मानसिक स्थिति को खराब कर देता है । और आप अपने सोचने समझने की क्षमता गवा बैठते हैं। साथ ही सिर दर्द की दवाई बिना किसी डॉक्टर की सलाह के लेने से भी आपकी सेहत पर काफी असर पड़ने लगता है । आपकी याददाश्त शक्तियां कमजोर होने लगती हैं । आपको ज्यादातर सोए रहने की इच्छा होती है । इस प्रकार से धीरे-धीरे सिरदर्द आपके लिए एक गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है। और अल्जाइमर का रूप ले सकता है।