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Kidney Health : खून में सोडियम ज्यादा, पोटेशियम कम: किडनी पर भारी खतरा

Health Risk for Kidneys : एक ताजे अध्ययन के अनुसार, सोडियम और पोटेशियम के असंतुलित स्तर से किडनी की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं।

जयपुरAug 10, 2024 / 05:20 pm

Manoj Kumar

Excess Sodium and Low Potassium: A Major Threat to Kidney Health

Excess Sodium and Low Potassium: A Major Threat to Kidney Health

Health Risk for Kidneys : विशेषज्ञों का कहना है कि सोडियम की अधिकता और पोटेशियम की कमी से स्वास्थ्य को कई खतरनाक समस्याएं हो सकती हैं, खासकर किडनी (Kidney Health) पर।

सोडियम और पोटेशियम की भूमिका Role of Sodium and Potassium for Kidney Health

Sodium-Potassium Imbalance : सोडियम और पोटेशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का काम करते हैं, जो तरल पदार्थों के संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। हालांकि, अगर शरीर में सोडियम की मात्रा अत्यधिक हो और पोटेशियम की कमी हो, तो इससे रक्तदाब बढ़ सकता है, जिससे किडनी (Kidney Health) पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और सूजन हो सकती है।

हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारियाँ High blood pressure and kidney disease

डॉ. मोहित खिर्बात, सलाहकार, नेफ्रोलॉजी, सीके बिरला अस्पताल, ने कहा, “बहुत अधिक सोडियम (Sodium) रक्त वाहिकाओं में तरल पदार्थ को खींचता है, जिससे हाइपरवोलमिया और उच्च रक्तदाब होता है। पर्याप्त पोटेशियम (Potassium) सेवन सोडियम के उत्सर्जन को बढ़ाता है, रक्तदाब को नियंत्रित करता है और किडनी और हृदय की क्षति को कम करता है।”

किडनी में किल4.2 का महत्व Importance of Kil4.2 in the kidney

किडनी में किल4.2 (Kil4.2) एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है, जो एसिड-आधारित संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह आवश्यक पदार्थों को फिर से अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार होता है, और इसके असामान्य होने पर प्रॉक्सिमल रेनल ट्यूबुलर एसिडोसिस हो सकता है, जिसमें किडनी एसिड को ठीक से संभाल नहीं पाती है।

पोटेशियम चैनल्स का कार्य Function of potassium channels

किल4.2 और किल4.1 किडनी के प्रॉक्सिमल और डिस्टल ट्यूब्यूल्स पर स्थित पोटेशियम चैनल्स हैं, जो कोशिकाओं के अंदर पोटेशियम के आवागमन में मदद करते हैं। इन चैनल्स की अभिव्यक्ति एंजियोटेंसिन टाइप 2 रिसेप्टर्स द्वारा नियंत्रित की जाती है, जो रक्तदाब को मॉड्यूलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता The need for lifestyle changes

डॉ. अनुजा पोर्वल, निदेशक नेफ्रोलॉजी, फोर्टिस अस्पताल, ने बताया, “किल4.2 किडनी में एसिड-आधारित संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके असामान्य होने पर प्रॉक्सिमल रेनल ट्यूबुलर एसिडोसिस हो सकता है। किल4.2 और किल4.1 पोटेशियम चैनल्स हैं जो किडनी के प्रॉक्सिमल और डिस्टल ट्यूब्यूल्स पर स्थित होते हैं।”
सोडियम और पोटेशियम के संतुलन (Sodium-Potassium Imbalance) को बनाए रखना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस असंतुलन को ठीक करने के लिए जीवनशैली में बदलाव, विशेषकर आहार में सुधार, एक प्रभावी तरीका हो सकता है।

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