दरअसल, राजधानी के गांधीनगर, बजाज नगर, राजापार्क, मालवीय नगर, गोपालपुरा, वैशाली नगर, मानसरोवर, चित्रकूट, जगतपुरा समेत कई इलाकों में स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थानों के आसपास चाय की दुकानों, कैफे, डेयरी बूथों पर कुछ ब्रांडेड कंपनियों के सस्ते एनर्जी ड्रिंक (Energy Drinks) खुले आम बेचे जा रहे हैं। कंपनियों के द्वारा उनके सेवन से एनर्जी मिलने के गलत प्रचार-प्रसार से बच्चे, युवा अनजाने में नशे के आदी बन रहे हैं। इसकी दो बोतल यानी 500 एमएल से ज्यादा सेवन करना बेहद (Energy Drinks Side Effects) नुकसानदायक है, क्योंकि एक बोतल में 0.03 प्रतिशत यानी 72 मिलीग्राम कैफीन (Caffeine) पाया जाता है। यह जानकारी बोतल पर अंकित है फिर भी अनदेखी हो रही है।
इन बीमारियों का बढ़ा खतरा Increased risk of these diseases
– हाइपरटेंशन Hypertension – टाइप 2 डायबिटीज Type 2 diabetes – डीहाइड्रेशन, बेचैनी, चिंता Dehydration, restlessness, anxiety – दांतों से संबंधित दिक्कतें Dental problems – पेट में जलन, संक्रमण Stomach irritation, infection – वजन बढ़ना Weight gain – रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना Lower immunity
माता पिता बच्चों पर रखे नजर
इस मामले में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कैफीन के नशे की लत बच्चे व युवा पड़ जाए तो उसे छोड़ पाना बहुत मुश्किल होता है। यह शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव डाल सकती है। बच्चों को ऐसे ड्रिंक्स से दूर रखने का सबसे बेहतर उपाय है कि अभिभावक खुद इनसे दूरी बनाए रखें। वे ऐसी चीजों को घर में न लाएं। अगर अभिभावक ऐसी चीजों से परहेज करेंगे तो बच्चों में भी इसकी लत नहीं लगेगी। प्यार-दुलार में बच्चों को ऐसी चीजें खरीदकर न दें।एक्सपर्ट व्यू
युवा ही नहीं, बच्चे भी इसके चपेट में आ रहे हैं। पढ़ाई के दौरान इनका सेवन कर रहे हैं। उनका तर्क है कि इससे स्फूर्ति रहती है और पढ़ाई के दौरान नींद भी नहीं आती। इस वजह से वे धीरे-धीरे इसके आदी हो जाते हैं। इसमें कैफीन (Caffeine) की हाईडोज के अलावा बहुत ज्यादा शुगर होती है। हमारे पास इनकी लत के शिकार युवाओं और बच्चों के केस आ रहे हैं। इनकी खुलेआम बिक्री पर प्रतिबंध लगना चाहिए। -डॉ. ललित बत्रा, अधीक्षक, मनोचिकित्सा केंद्र, जयपुर