कम नमक खाएं, पर पूरी तरह ना छोड़ें, डॉक्टर ने बताया क्यों?
Eat less salt, but don’t give it up completely : खाने में ज़ायका लाने वाला नमक (Salt) हमारी सेहत के लिए जरूरी है, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा भी खतरनाक है. खासकर दिल की सेहत (Salt harmful for heart के लिए तो बहुत नुकसानदेय है.
Eat less salt, but don’t give it up completely, know why!
Eat less salt, but don’t give it up completely : हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने वाला नमक सेहत के लिए जरूरी तो है, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा खतरनाक भी हो सकती है. खासकर दिल की सेहत के लिए तो नमक का ज्यादा सेवन बहुत नुकसानदेह है.
पिछले साल, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया था कि ज्यादा नमक (जिसमें मुख्य तौर पर सोडियम होता है) दुनियाभर में बीमारी और मौत का एक बड़ा कारण है. हालांकि, शरीर के लिए थोड़ा नमक (Salt) जरूरी होता है. ये शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने, एसिड-क्षार को ठीक रखने, नसों में संदेश पहुंचाने और कोशिकाओं को ठीक से काम करने में मदद करता है.
ज्यादा नमक खाना बुरा है, उतना ही कम खाना भी Eating too much salt is bad, so is eating less.
लेकिन, जितना ज्यादा नमक (Salt) खाना बुरा है, उतना ही कम खाना भी सेहत के लिए ठीक नहीं. डॉक्टर प्रभात रंजन सिन्हा का कहना है कि, “किडनी शरीर में नमक की मात्रा को कंट्रोल करती है, इसलिए शरीर को एक सीमित मात्रा में नमक की जरूरत होती है.”
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, रोजाना पांच ग्राम नमक (Salt) खाना ठीक है. लेकिन, इससे कम नमक खाने से कोमा जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है.
कम नमक खाने से हाइपोनेट्रेमिया नाम की बीमारी हो सकती है
अगर शरीर में नमक की कमी हो जाए, तो किडनी नमक जमा करने लगती है. बहुत कम नमक खाने से हाइपोनेट्रेमिया नाम की बीमारी हो सकती है. ये तब होता है, जब शरीर में सोडियम की मात्रा 135 मिलीइक्विवेलेंट प्रति लीटर (mEq/L) से कम हो जाती है. डॉक्टर प्रशांत सिन्हा बताते हैं कि “शरीर में नमक की कमी से सिरदर्द, बेहोशी, कमजोरी और चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.”
अगर नमक की कमी बहुत ज्यादा हो जाए (120 mEq/L से कम), तो दौरे पड़ना, कोमा और दिमाग में चोट लगने का खतरा भी रहता है. इसलिए डॉक्टर रोजाना थोड़ा नमक खाने की सलाह देते हैं, लेकिन इसकी मात्रा का ध्यान रखना भी जरूरी है.