मेटफॉर्मिन से शिशुओं में जन्म दोष का कोई खतरा नहीं Metformin has no risk of causing birth defects in babies
Metformin safety during pregnancy : इस अध्ययन में यह पाया गया कि मेटफॉर्मिन (Metformin) , जो टाइप 2 डायबिटीज के नियंत्रण के लिए सबसे आम दवाओं में से एक है, उन पुरुषों के लिए भी सुरक्षित है जो संतान की योजना बना रहे हैं। यह निष्कर्ष इस धारणा का खंडन करता है कि मेटफॉर्मिन का सेवन शिशुओं में विशेषकर जननांग विकृतियों का कारण बन सकता है। यह भी पढ़ें : लहसुन का एक टुकड़ा भी दे सकता है जानलेवा अटैक, जानें कौन हैं जोखिम में
डेनिश अध्ययन के बाद नए शोध की आवश्यकता
हालांकि मेटफॉर्मिन (Metformin) का उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है, एक हालिया डेनिश अध्ययन में यह बताया गया था कि इस दवा का सेवन करने वाले पुरुषों के शिशुओं में जन्म दोष, विशेषकर पुरुष शिशुओं के जननांगों में विकृति, का खतरा बढ़ सकता है। इस चिंता को ध्यान में रखते हुए, ताइवान और नॉर्वे के शोधकर्ताओं ने यह जानने के लिए एक व्यापक अध्ययन किया कि क्या वास्तव में इस दवा का असर शिशुओं पर पड़ता है।ताइवान और नॉर्वे में किया गया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने ताइवान और नॉर्वे के राष्ट्रीय जन्म रजिस्ट्रियों और प्रिस्क्रिप्शन डेटा का उपयोग किया। उन्होंने नॉर्वे में 2010 से 2021 के बीच और ताइवान में 2004 से 2018 के बीच 31 लाख से अधिक गर्भधारण (Pregnancy) का विश्लेषण किया। इनमें से नॉर्वे में 0.3% और ताइवान में 0.6% शिशुओं के पिता मेटफॉर्मिन का उपयोग कर रहे थे।शोध निष्कर्ष: कोई विशेष जोखिम नहीं
शोध में पाया गया कि जिन पुरुषों ने गर्भधारण से तीन महीने पहले मेटफॉर्मिन (Metformin) का सेवन किया था, उनके शिशुओं में जन्म दोषों का कोई विशेष जोखिम नहीं था। यहां तक कि किसी भी विशेष अंग, जैसे कि जननांग, में विकृति का कोई बड़ा खतरा नहीं देखा गया।डॉक्टरों के लिए एक राहत भरी खबर
शोधकर्ताओं ने कहा कि उनके निष्कर्ष चिकित्सकों को मेटफॉर्मिन (Metformin) का चयन करते समय अधिक आत्मविश्वास प्रदान करेंगे, खासकर उन पुरुषों के मामले में जो टाइप 2 डायबिटीज का इलाज कर रहे हैं और परिवार की योजना बना रहे हैं। यह भी पढ़ें : Uric acid kam karne wali chutney : हड्डियों में जमा यूरिक एसिड को निचोड़कर बाहर निकाल देगी ये चटनी
कुछ सीमाएं भी
हालांकि, शोध दल ने यह भी स्वीकार किया कि अध्ययन अवलोकन आधारित है, इसलिए यह कारण और प्रभाव का सटीक निर्धारण नहीं कर सकता। इसके अलावा, डेटा की सटीकता और दवा उपयोग के गलत वर्गीकरण जैसी सीमाएं भी अध्ययन में हो सकती हैं। इस अध्ययन ने टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों और उनके परिवारों के लिए एक राहत भरी खबर दी है, जो सुरक्षित तरीके से परिवार नियोजन करना चाहते हैं।