इसमें कहा गया है कि बच्चों को बबलगम या कैंडी फ्लॉस जैसे रंगों, ब्रांडिंग और स्वादों के माध्यम से लक्षित किया जा रहा है, ताकि ऐसे उत्पाद को बढ़ावा दिया जा सके जो निकोटीन की लत का कारण बन सकते हैं।
11-17 वर्ष के लगभग 8% बच्चे वेपिंग का शिकार About 8% of children aged 11-17 are victims of vaping
डॉक्टरों का कहना है कि इस समय 11 से 17 वर्ष के के लगभग 8 प्रतिशत बच्चें वेपिंग (Vaping) का शिकार है यद्यपि 18 वर्ष से कम आयु के किसी भी व्यक्ति को वेप बेचना पहले से ही अवैध है। उन्होंने कहा कि अब 10 में से एक वयस्क वेपिंग करता है। “हालांकि, इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि युवा वर्ग में वेपिंग की प्रवृत्ति बढ़ रही है, 11-17 वर्ष के बच्चों में वेपिंग की प्रवृत्ति 10 वर्ष पहले की तुलना में लगभग छह गुना अधिक है।BMA विज्ञान बोर्ड के अध्यक्ष डेविड स्ट्रेन ने बच्चों की सुरक्षा लेकर वेपिंग पर असहमति व्यक्त कि David Strain, chairman of the BMA science board, expressed disagreement with the safety of children on vaping.
डेविड स्ट्रेन ने कहा कि बच्चों को अभी भी अधिक सुरक्षा की आवश्यकता है। उनहोंने आगे कहा कि एक डॉक्टर के रूप में, मैं समझता हूं कि धूम्रपान छोड़ने में लोगों की मदद करने में वेप्स की क्या भूमिका हो सकती है – लेकिन हमारे बच्चों और युवाओं के जीवन में उनका कोई उचित स्थान नहीं है और जब बात उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा की आती है, तो हम जोखिम नहीं उठा सकते।वेपिंग को लेकर BMA की मांग BMA’s demand regarding vaping
BMA ने अपनी मांग को लेकर कई बातें रखी हैं –- तम्बाकू के अलावा सभी वेप फ्लेवर प्रतिबंधित
- डिस्पोजेबल वेप्स प्रतिबंधित
- पैकेजिंग और वेप डिवाइस दोनों के लिए सभी प्रकार की छवियों, रंगों और ब्रांडिंग के उपयोग पर प्रतिबंध, सिगरेट पर वर्तमान प्रतिबंधों के समान
- वेप्स को दुकानों की अलमारियों से हटाकर काउंटर के पीछे बिक्री के लिए रख दिया गया