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पानी का अधिक सेवन भी सेहत के लिए नुकसानदायक। कपालभाति करें- कपालभाती बहुत ही बेहतर श्वास व्यायाम है। इससे दिमाग और शरीर स्वस्थ रहता है।
मस्तिष्क की कार्य प्रणाली भी ढंग से कार्य करती है। इस प्राणायाम से लीवर, किडनी, पेट से संबंधित समस्याओं से निजात मिलती है। इसे करने के लिए आप नाक के दोनों छिद्रों से सांस को यथासंभव बाहर फेंके। इसके साथ पेट को भी यथासंभव अंदर की ओर संकुचित करें। इसके तुरंत बाद नाक के दोनों छिद्रों से सांस को अंदर खींचते हैं और पेट को यथासंभव बाहर आने देते हैं। इस क्रिया को आपकी क्षमता अनुसार 50 बार से 500 बार तक कर सकते हैं। लेकिन एक क्रम में 50 बार से अधिक ना करें। धीरे-धीरे आप इसे कम से कम 5 मिनट और अधिकतम 30 मिनट तक कर सकते हैं।
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लहसुन की चाय सेहत के लिए फायदेमंद, इस तरह करें तैयार। उज्जायी प्राणायाम – उज्जायी प्राणायाम करने के लिए आपको सुखासन में बैठना है। इसके बाद जीभ को नाली की तरह बना कर होठों के बीच से हल्का सा बाहर निकाले,
बाहर निकली हुई जीभ से अंदर की सांस को बाहर निकालें। अब धीरे-धीरे गहरी सांस लें, सांस को जितनी देर हो सके उतनी देर तक अंदर रखें। शरीर को ढीला छोड़ते हुए सांस को धीरे-धीरे बाहर निकाले। इस आसन को लेट कर या बैठकर भी कर सकते हैं।
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कमजोर बच्चों को स्वस्थ बनाने आहार में दें यह चीजें। प्लैंक करें – इसे करने से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है। इसे आप नियमित रूप से कर सकते हैं। इससे आपका वजन भी कम होगा।
शरीर में लचक आएगी और कॉलर बोन, कंधे की मांसपेशियों में भी खिंचाव होगा। इससे कैलोरी बर्न होती है। इस कारण बॉडी की ऑक्सीजन की जरूरत अच्छे से पूरी हो जाती है। शरीर को सभी पोषक तत्व मिलते हैं। इसलिए हमारी शारीरिक क्षमता भी बढ़ती है।
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सांसों की बदबू से परेशान हो गए हैं तो इस तरह रखें ध्यान। वज्रासन करें- वज्रासन करने के लिए आप पैरों को जमीन पर फैला कर बैठ जाएं और हाथों को शरीर के बगल में रखें।
दाहिने पैर को घुटनों से मोड़ें और दाहिने कूल्हे के नीचे रखें। इसी तरह बाएं पैर को बाएं कूल्हे के नीचे ले जाएं। एड़ी को इस तरह रखें, जिससे पैर की बड़ी उंगलियां एक दूसरे पर ना चढ़े। दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। ध्यान रहे की रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी हो। अब आंखें बंद कर लें। इस अवस्था में आप 5 से 10 मिनट बैठ सकते हैं। इससे कमर दर्द में भी आराम मिलेगा और आप का पाचन तंत्र भी मजबूत होगा। आप की कार्य क्षमता में वृद्धि होगी।