एक व्यक्ति दिन भर में कितनी बार पेशाब करता है यह भी उसके स्वस्थ या अस्वस्थ होने के बारे में बताता है। यूके एनएचएस की रिपोर्ट के द्वारा कहा गया है कि दिन में चार से आठ बार और रात में एक बार पेशाब जाना सामान्य होता है।
यूरिन का रंग बेहद हल्का पीला हो सकता है, क्योंकि यूरिन में यूरोक्रोम होता है जो हीमोग्लोबिन के टूटने के कारण होता है। एक स्वस्थ व्यक्ति के यूरिन का रंग पानी की तरह भी हो सकता है, लेकिन बेहद हल्का पीला यूरिन भी नॉर्मल होता है। कई बार दवाओं, चुकंदर, जामुन फवा बीन्स खाने से भी यूरिन का रंग बदल जाता है, लेकिन अगर इन कारणों के अलावा भी अगर यूरिन का रंग बदला दिखाई दे तो समझ लें ये किसी बीमारी का संकेत है।
लाल रंग के यूरिन यानी इस यूरिन में ब्लड शामिल है। Express.co.uk की रिपोर्ट के अनुसार यूरिन के लाल रंग का मतलब यूरिनरी ट्रैक्ट में इंफेक्शन, किडनी स्टोन, ब्लड ट्यूमर भी हो सकता है। कई बार लाल रंग का यूरिन भी लीड या मरकरी पॉइजनिंग का संकेत होता है।
यूरिन का हरा या नीला रंग देखरक आप डर सकते हैं , ऐस रंग तभी होता है जब या तो आपने अधिक मात्रा में कोई उस रंग का फल, फूड लिया हो। कई बार कीमोथेरेपी दवाओं के कारण भी ऐसा होता है। लेकिन अगर कुछ दिनों तक बिना किसी वजह के यूरिन का रंग बदला हुआ रहता है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
पेशाब का यह रंग आमतौर पर पीलिया का संकेत होता है। साथ ही ये लीवर रोग, ब्लैडर रोग, और पैनक्रियाज से जुड़ी बीमारी के कारण भी होता है। पीलिया होने की वजह हेपेटाइटिस भी हो सकता है। साथ ही अल्कोहोलिक लिवर भी पीलिया की वजह बन जाता है।
जब यूरिन का रंग बरसात के मौसम में छाए बादलों की तरह हो जाए तो यह यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी तरह का संक्रमण हो सकता है। तब यूरिन गाढ़ा, बादलदार और अलग दिखाई देने लगता है।
यूं तो पेशाब की गंद कभी अच्छी नहीं होती। लेकिन अगर यूरिन से अधिक बदबू आने लगे तो इसकी वजह मसालेदार भोजन, लहसुन और कई तरह की दवा हो सकती है। लेकिन अगर इनमें से किसी तरह की चीज का सेवन नहीं किया गया है, तो इसकी वजह पानी का कम सेवन भी हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को यूरिन इंफेक्शन हो सकता है। यह समस्या अधिकतर डायबिटीज के रोगियों में देखने को मिल सकती है। साथ ही अगर पेशाब से पॉपकॉर्न की तरह स्मेल आती है तो यह केटोन्स की वजह से भी हो सकता है।
यूरिन के दौरान अचानक शरीर में सनसनी महसूस होती है या फिर पेशाब में अधिक झाग देखने को मिले तो डॉक्टर से संपर्क करें। यूरिन के बाद अगर उस पर चीटें लग रहे तो ये डायबिटीज का संकेत हो सकता है। झागदार यूरिन प्रोटीन का यूरिन में आने का संकेत है।