डिटॉक्स ड्रिंक किन चीजों से बनता है- How to make detox drink
जड़ी बूटियों और मसालों को पानी या किसी जूस के साथ यूज किया जाता है। इसमें कैलोरी कम होती है। कई लोग डिटॉक्स के लिए सोना बाथ भी लेते हैं।
जड़ी बूटियों और मसालों को पानी या किसी जूस के साथ यूज किया जाता है। इसमें कैलोरी कम होती है। कई लोग डिटॉक्स के लिए सोना बाथ भी लेते हैं।
क्या हैं डिटॉक्सिफिकेशन के लिए ज्यादा लिक्विड नुकसानदायक- Why more liquids harmful for detoxification?
असल में शरीर को डिटॉक्स करने के लिए अधिक-से अधिक मात्रा में औषधिय ड्रिंक पीए जाते हैं। ऐसे में जब शरीर में पानी की अधिकता हो ती है तो हाइपोनेट्रेमिया का खतरा बढ़ जाता है। हाइपोनेट्रेमिया से ब्लड में सोडियम का स्तर बेहद घट जाता है और इससे सेल्स सूज जाती हैं।
असल में शरीर को डिटॉक्स करने के लिए अधिक-से अधिक मात्रा में औषधिय ड्रिंक पीए जाते हैं। ऐसे में जब शरीर में पानी की अधिकता हो ती है तो हाइपोनेट्रेमिया का खतरा बढ़ जाता है। हाइपोनेट्रेमिया से ब्लड में सोडियम का स्तर बेहद घट जाता है और इससे सेल्स सूज जाती हैं।
सेल्स के सूजने से बढ़ता है ये खतरा, ये है हाइपोनेट्रेमिया के लक्षण- The risk of hyponatremia due to swelling of cells, recognize the symptoms
⦁ जी मिचलाना
⦁ उल्टी करना
⦁ सिरदर्द
⦁ उलझन
⦁ थकान
⦁ मांसपेशियों में ऐंठन
⦁ बेहोशी
बता दें कि, लक्षण गंभीरता में अलग-अलग हो सकते हैं, ऐसे में जरूरी है कि अगर आपको ऐसी समस्या डिटॉक्स के बाद नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि लो सोडियम से लो बी, स्ट्रोक या कोमा का खतरा बढ़ता है।
⦁ जी मिचलाना
⦁ उल्टी करना
⦁ सिरदर्द
⦁ उलझन
⦁ थकान
⦁ मांसपेशियों में ऐंठन
⦁ बेहोशी
बता दें कि, लक्षण गंभीरता में अलग-अलग हो सकते हैं, ऐसे में जरूरी है कि अगर आपको ऐसी समस्या डिटॉक्स के बाद नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि लो सोडियम से लो बी, स्ट्रोक या कोमा का खतरा बढ़ता है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।