अस्थमा और हार्मोन का संबंध The connection between asthma and hormones
इस अध्ययन में पाया गया है कि सेक्स हार्मोन का अस्थमा (Asthma) से संबंध हो सकता है। बाल्यावस्था में अस्थमा का खतरा लड़कों में अधिक होता है, लेकिन युवावस्था के बाद यह लड़कियों में अधिक हो जाता है। अध्ययनों ने यह भी दिखाया है कि वयस्कों में महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक गंभीर अस्थमा का सामना करती हैं और उनकी बीमारी के ठीक होने की संभावना भी कम होती है।
मेनोपॉज और अस्थमा: क्या है कनेक्शन? Menopause and asthma: What’s the connection?
अध्ययन के अनुसार, जल्दी मेनोपॉज (जो 40 से 44 वर्ष की आयु में होता है) वाली महिलाओं में अस्थमा (Asthma) का जोखिम कम पाया गया, जिससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि ओस्ट्रोजन का अस्थमा पर प्रभाव हो सकता है। वहीं, जो महिलाएं हार्मोन थेरेपी का उपयोग करती हैं उनमें अस्थमा (Asthma) का जोखिम 63 प्रतिशत अधिक होता है, जबकि हार्मोन थेरेपी बंद करने वाली महिलाएं दवा लेना भी छोड़ने की अधिक संभावना रखती हैं। यह भी पढ़ें :
दिवाली के दिन बनती है ये सब्जी, पाचन और जोड़ों के दर्द में देती है राहत” डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण चेतावनी
द मेनोपॉज सोसाइटी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. स्टेफनी फॉबियॉन ने कहा, “इस अध्ययन ने अस्थमा (Asthma) में सेक्स आधारित भिन्नताओं को उजागर किया है, जिससे यह पता चलता है कि वयस्क महिलाओं में अस्थमा का खतरा पुरुषों की तुलना में अधिक होता है। विशेष रूप से, जिन महिलाओं में मेनोपॉज देरी से होता है, उन्हें अस्थमा (Asthma) के लक्षणों के प्रति सजग रहना चाहिए।”
बॉडी मास इंडेक्स का भी असर
अध्ययन में यह भी सामने आया कि उच्च बॉडी मास इंडेक्स (BMI) महिलाओं के लिए अस्थमा का एक अतिरिक्त जोखिम है। शरीर में अधिक वसा ओस्ट्रोजन का उत्पादन करती है, जो अस्थमा को प्रभावित कर सकता है।
अध्ययन के आंकड़े
इस शोध में 10 वर्षों के दौरान 14,000 से अधिक पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं का डेटा एकत्रित किया गया, जिससे मेनोपॉज की उम्र और अस्थमा के बीच गहरा संबंध देखने को मिला। यह अध्ययन मेनोपॉज और अस्थमा (Asthma) के बीच संबंधों पर रोशनी डालता है और यह सुझाव देता है कि महिलाओं के लिए विशेष रूप से डॉक्टरों को इन स्वास्थ्य चिंताओं पर ध्यान देना चाहिए।