शिमला मिर्च के बीज टैपवार्म के अंडे हो सकते हैं। ये कीड़े इतने छोटे होते हैं आप इन्हें बिना माइक्रोस्कोप के नहीं देख सकते। शिमला मिर्च के बीज में इसके अंडे अगर खा लिए जाएं तो इसके कीड़े दिमाग में पहुंच जाते हैं। इसलिए शिमला मिर्च को खाने और बनाने से पहले इनके सारे बीजों को निकाल लें। फिर इसे गुनगुने पानी से धो लें और तब खाने में शामिल करें।
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2. बैंगन-Brinjal
बैंगन में अगर कहीं भी कीड़ा नजर आता है तो आप उसे हटाते होंगे,लेकिन शायद ही आप जानते होंगे की इसके बीजों में भी टैवर्म के अंडे हो सकते हैं। बैंगन को बिना काटे कभी भी आग पर सीधे नहीं पकाएं क्योंकि इसमें अंदर ये कीड़े छुपे हो सकते हैं।
परवल के बीजों में भी टैमवर्म की संभावना रहती है। इसलिए इसके बीजों को हमेशा हटा दें और अगर परवल सड़ा या कीड़े वाला हो तो उसे पूरी तरह से फेंक दें।
4. कुंदरू-Kundru
कुंदरू खाने के नुकसान कई हैं और उन्हीं में से एक है दिमाग के कीड़े होना। दरअसल, कुंदरू में इन छोटे-छोटे कीड़ों के होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। खास कर कि बड़े साइज के और हल्के पीले रंग के कुंदरू में।
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5. अरबी के पत्ते-Arbi Leaves
अरबी के पत्तों में टैपवार्म और इनके अंडे हो सकते हैं। तो कई बार ये इनके लार से भी दूषित कर सकता है। बारिश और नमी वाले मौसम में तो ये पत्ते इनके लिए प्रजनन स्थल बन जाते हैं। ऐसे में इन पत्तों को खाने में शामिल करने से पहले गर्म पानी से अच्छे से साफ करें और हर एक पत्ते को अलग से काटें। एक साथ सभी पत्ते मा काटें नहीं तो इनमें छिप पर ये कीड़े आपके पेट तक जा सकते हैं और आपके ब्रेन तक पहुंच सकते हैं। दिमाग में कीड़ा होने के लक्षण
– लगातार या अचानक सिर में दर्द होना सिर में अचानक तेज़ दर्द या लगातार बिना किसी ओर वजह के दर्द होना।
– मिचली या उल्टी का आना।
– दिखाई देने में मुश्किल होना।
– शरीर का तालमेल बैठाने में दिक्कत।
ये प्रारंभिक लक्षण हैं दिमाग में टैमवर्म के पहुंचे के।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।