रिसर्चर्स के मुताबिक कोविड-19 महामारी के कारण युवा वयस्कों में अस्थि खनिज घनत्व में महत्वपूर्ण कमी आई है। लंबे-कोविड-सिंड्रोम के एक महत्वपूर्ण लक्षण के रूप में इस महामारी से संबंधित हड्डी के ऊतकों में कमी का मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त शोध की आवश्यकता है। उनके मुताबिक महामारी के बाद सीनियर सिटीजंस की बोंस की जांच की जानी चाहिए।
चूहों पर किए गए पिछले अध्ययन से पता चला है कि SARS-CoV-2 संक्रमण सूजन का कारण बनता है जिससे हड्डियों की संरचना में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकते हैं। जर्नल ऑफ ऑर्थोपेडिक रिसर्च में प्रकाशित अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि कोविड-19 वाले लोगों को दीर्घकालिक ऑर्थोपेडिक परेशानियां हो सकती है। फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है। अध्ययन में, जिन चूहों में कोविड-19 था, उनमें हड्डियों का महत्वपूर्ण नुकसान देखा गया। इस नुकसान से हड्डी की यांत्रिक शक्ति कम हो गई और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ गया।