स्वास्थ्य

COVID-19 का असर जारी: आउटडोर एक्टिविटीज में 51 मिनट की कमी

COVID-19 impact on outdoor activities : कोविड-19 महामारी ने लोगों की दिनचर्या और जीवनशैली में बड़े बदलाव किए हैं। एक नए शोध से पता चला है कि महामारी के बाद से लोगों ने अपनी आउटडोर गतिविधियों में लगभग एक घंटे की कमी कर दी है।

जयपुरNov 01, 2024 / 09:04 am

Manoj Kumar

COVID-19 Cuts Outdoor Time by an Hour

COVID-19 impact on outdoor activities : कोविड-19 महामारी का असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। नए शोध में पाया गया है कि इसका असर लोगों की आउटडोर एक्टिविटीज पर भी देखने को मिला है। अमेरिका में 34,000 लोगों पर किए गए अध्ययन से खुलासा हुआ है कि लोग अब घर से बाहर की गतिविधियों में लगभग एक घंटा कम समय बिता रहे हैं। क्लेम्सन यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया लॉस एंजिल्स की टीम ने बताया कि यह कमी न केवल शारीरिक गतिविधियों में आई है बल्कि इससे मानसिक और सामाजिक प्रभाव भी जुड़े हुए हैं।

COVID-19 impact on outdoor activities : आउटडोर समय में 51 मिनट की गिरावट

शोधकर्ताओं ने पाया कि महामारी (COVID-19) के बाद से 2019 की तुलना में लोगों का घर से बाहर बिताया जाने वाला समय औसतन 51 मिनट कम हो गया है। जहां पहले लोग रोजाना औसतन 334 मिनट (लगभग 5.5 घंटे) आउटडोर गतिविधियों में बिताते थे, वहीं 2021 में यह घटकर 271 मिनट (लगभग 4.5 घंटे) हो गया।

यात्रा के समय में भी आई कमी

इस अध्ययन के अनुसार न केवल आउटडोर एक्टिविटीज में बल्कि दैनिक यात्रा के समय में भी कमी आई है। पहले लोग ड्राइविंग या सार्वजनिक परिवहन के लिए रोजाना लगभग 12 मिनट ज्यादा समय व्यतीत करते थे। यह प्रवृत्ति उन लोगों में भी देखी गई, जो पहले ऑफिस आने-जाने या रोजमर्रा की छोटी-मोटी यात्रा में अधिक समय बिताते थे।
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घर में समय बिताने की प्रवृत्ति के मनोवैज्ञानिक और सामाजिक प्रभाव

शोधकर्ताओं का मानना है कि घर पर अधिक समय बिताना सामाजिक अलगाव और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। क्लेम्सन यूनिवर्सिटी में सिटी एंड रीजनल प्लानिंग के प्रोफेसर एरिक ए. मॉरिस ने कहा, “घर में अधिक समय बिताने से सामाजिक अलगाव की संभावना बढ़ जाती है। कोविड-19 (COVID-19) और तकनीकी विकास ने लोगों को घर से ही काम करने की आदत डाल दी है, जिससे लोग बाहर निकलने की जरूरत महसूस नहीं करते।”

डिजिटल तकनीक ने कम की आउटडोर की जरूरत

महामारी के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी में सुधार और डिजिटल माध्यमों का बढ़ता उपयोग भी इसका एक मुख्य कारण है। वीडियो कॉल्स, ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल एंटरटेनमेंट जैसी सुविधाओं ने लोगों को घर में ही कई काम निपटाने का मौका दिया। इस बदलाव ने लोगों की आउटडोर एक्टिविटीज में गिरावट को और बढ़ावा दिया।

महामारी के बाद से बदल रही है जीवनशैली

अमेरिकन प्लानिंग एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित इस शोध के अनुसार, घर से बाहर कम समय बिताने की प्रवृत्ति पिछले दो दशकों से बढ़ रही थी, लेकिन कोविड-19 (COVID-19) ने इसे और बढ़ा दिया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस प्रवृत्ति के दीर्घकालिक प्रभावों पर नजर रखना जरूरी है, क्योंकि इसके सामाजिक, मानसिक और आर्थिक परिणाम दूरगामी हो सकते हैं।

COVID-19 impact on outdoor activities : घर से बाहर समय बिताना है जरूरी

यह शोध स्पष्ट करता है कि घर से बाहर जाकर प्रकृति से जुड़ना और लोगों से मिलना-जुलना मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इसलिए, स्वस्थ जीवनशैली के लिए बाहर की गतिविधियों में शामिल होना आज भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना पहले था।

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