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Garlic and Onions को उच्च तापमान पर पकाना बना सकता है इस खतरनाक बिमारी का शिकार, क्या करें बचाव के लिए?

Garlic and Onions high heat heart risk : एक जापानी शोध के अनुसार, लहसुन और प्याज को उच्च तापमान पर वनस्पति तेल में पकाने से ट्रांस-फैटी एसिड (टीएफए) उत्पन्न हो सकते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

नई दिल्लीDec 28, 2024 / 04:15 pm

Manoj Kumar

Cooking Garlic and Onions at High Heat May Be Harmful to Your Heart

Garlic and Onions high heat heart risk : जापानी शोधकर्ताओं के अनुसार, प्याज और लहसुन को अधिक तापमान पर तेल में पकाने से ट्रांस-फैटी एसिड (टीएफए) उत्पन्न हो सकते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।

टीएफए: हृदय रोगों का मुख्य कारण Garlic and Onions high heat heart risk

टीएफए ऐसे हानिकारक फैट होते हैं, जो धमनियों की दीवारों पर जमा होकर रक्त प्रवाह को बाधित करते हैं। इससे हृदयाघात और अन्य हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है।
टीएफए आमतौर पर प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं, लेकिन नई शोध से यह पता चला है कि घर में खाना पकाने के दौरान भी यह बन सकते हैं।

कैसे बनते हैं टीएफए?

अनसैचुरेटेड फैटी एसिड (यूएफए), जिन्हें आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है, 150 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान पर पकाए जाने पर “ट्रांस-आइसोमराइजेशन” प्रक्रिया से गुजरते हैं। यह प्रक्रिया इन्हें टीएफए में बदल देती है।

सल्फर युक्त सब्जियों की भूमिका

मेइजो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने प्याज, लहसुन, पत्ता गोभी, हरी प्याज और ब्रोकली स्प्राउट्स जैसी सब्जियों में पाए जाने वाले सल्फर यौगिकों और उनके यूएफए पर प्रभाव का अध्ययन किया।
शोध में यह पाया गया कि सल्फर यौगिक, विशेष रूप से आइसोथायोसाइनेट और पॉलिसल्फाइड, उच्च तापमान पर यूएफए को टीएफए में बदलने की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट का असर

शोधकर्ताओं ने यह भी जांचा कि एंटीऑक्सीडेंट, जैसे अल्फा-टोकोफेरॉल, इस प्रक्रिया को कैसे प्रभावित करते हैं।
आइसोथायोसाइनेट द्वारा प्रेरित ट्रांस-आइसोमराइजेशन को एंटीऑक्सीडेंट ने काफी हद तक कम कर दिया।
हालांकि, पॉलिसल्फाइड के प्रभाव को एंटीऑक्सीडेंट कम करने में असमर्थ रहे।

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क्या करें बचाव के लिए?

न्यूनतम तापमान पर पकाएं: 140 डिग्री सेल्सियस से नीचे खाना पकाने से टीएफए का निर्माण सीमित होता है।
प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट का उपयोग करें: सब्जियों में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट का प्रयोग फायदेमंद हो सकता है।
वनस्पति तेलों का चयन करें: जैतून का तेल जैसे स्थिर तेलों का उपयोग करें।

डब्ल्यूएचओ की सिफारिश

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, टीएफए के अत्यधिक सेवन से हर साल 2.78 लाख मौतें होती हैं। डब्ल्यूएचओ का सुझाव है कि दैनिक ऊर्जा खपत में टीएफए का योगदान 1% से कम होना चाहिए।
लहसुन और प्याज जैसे सल्फर-समृद्ध सब्जियों को उच्च तापमान पर पकाने से बचना चाहिए। संतुलित और सुरक्षित खाना पकाने की विधियों को अपनाना हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

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