टीएफए: हृदय रोगों का मुख्य कारण Garlic and Onions high heat heart risk
टीएफए ऐसे हानिकारक फैट होते हैं, जो धमनियों की दीवारों पर जमा होकर रक्त प्रवाह को बाधित करते हैं। इससे हृदयाघात और अन्य हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है।कैसे बनते हैं टीएफए?
अनसैचुरेटेड फैटी एसिड (यूएफए), जिन्हें आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है, 150 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान पर पकाए जाने पर “ट्रांस-आइसोमराइजेशन” प्रक्रिया से गुजरते हैं। यह प्रक्रिया इन्हें टीएफए में बदल देती है।सल्फर युक्त सब्जियों की भूमिका
मेइजो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने प्याज, लहसुन, पत्ता गोभी, हरी प्याज और ब्रोकली स्प्राउट्स जैसी सब्जियों में पाए जाने वाले सल्फर यौगिकों और उनके यूएफए पर प्रभाव का अध्ययन किया।एंटीऑक्सीडेंट का असर
शोधकर्ताओं ने यह भी जांचा कि एंटीऑक्सीडेंट, जैसे अल्फा-टोकोफेरॉल, इस प्रक्रिया को कैसे प्रभावित करते हैं।हालांकि, पॉलिसल्फाइड के प्रभाव को एंटीऑक्सीडेंट कम करने में असमर्थ रहे।
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क्या करें बचाव के लिए?
न्यूनतम तापमान पर पकाएं: 140 डिग्री सेल्सियस से नीचे खाना पकाने से टीएफए का निर्माण सीमित होता है।प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट का उपयोग करें: सब्जियों में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट का प्रयोग फायदेमंद हो सकता है।
वनस्पति तेलों का चयन करें: जैतून का तेल जैसे स्थिर तेलों का उपयोग करें।