तो चलिए जानें कि जिनसेंग किन-किन बीमारियों में फायदेमंद है
कैंसर से बचाव– जिनसेंग में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होता है जो कैंसर जैसी बीमारी से बचाने में बहुत कारगर है। ये सेल्स को सुरक्षा प्रदान करता है और कैंसर रोगियों के ट्रीटमेंट में मददगार साबित होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला-जिनसेंग में क्योंकि एंटीऑक्सिडेंट बहुत होता है, इसलिए ये उन सभी बीमारयों में बहुत कारगर है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने से पैदा होती है।
कैंसर से बचाव– जिनसेंग में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होता है जो कैंसर जैसी बीमारी से बचाने में बहुत कारगर है। ये सेल्स को सुरक्षा प्रदान करता है और कैंसर रोगियों के ट्रीटमेंट में मददगार साबित होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला-जिनसेंग में क्योंकि एंटीऑक्सिडेंट बहुत होता है, इसलिए ये उन सभी बीमारयों में बहुत कारगर है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने से पैदा होती है।
ऊर्जा बढ़ाने में कारगर-जिन लोगों में कमजोरी और थकान ज्यादा रहती है, उनके लिए जिनसेंग रामबाण दवा है। पुरुषों में हर तरह की कमजोरी को दूर करने वाली होती है। इसे खाने से शरीर में उर्जा बनी रहती है।
मस्तिष्क के लिए लाभदायक-जिनसेंग बढ़ती उम्र की वजह से मस्तिष्क की कमजोरी को दूर करता है। मस्तिष्क को क्रियाशील बनाने के साथ ही ये याददाश्त को भी बढ़ाता है, क्योंकि इसमें मौजूद जिनसेनोसाइड्स मस्तिष्क को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। ये अलजाइमर से भी लड़ता है।
मस्तिष्क के लिए लाभदायक-जिनसेंग बढ़ती उम्र की वजह से मस्तिष्क की कमजोरी को दूर करता है। मस्तिष्क को क्रियाशील बनाने के साथ ही ये याददाश्त को भी बढ़ाता है, क्योंकि इसमें मौजूद जिनसेनोसाइड्स मस्तिष्क को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। ये अलजाइमर से भी लड़ता है।
नपुंसकता दूर करने वाली- आज के समय में खराब जीवन शैली और बेकार के खानपान का असर पुरुषों की पौरुष बल पर भी होने लगा है। जिसकी वजह से बहुत से पुरुष इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी नपुंसकता के शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए भी जिनसेंग का उपयोग किया जा सकता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च बताती है कि जिनसेंग के अंदर ऐसे गुण होते हैं जो ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने और ***** तक रक्त प्रवाह को बेहतर करते है। जिससे नपुंसकता की समस्या खत्म हो सकती है।
शुगर लेवल कंट्रोल करने वाला-ऐसे लोग जो डायबिटीज जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं उन्हें अक्सर शुगर लेवल को मेंटेन करने के लिए बहुत से जतन करने पड़ते हैं। साथ ही इंसुलिन का कम उत्पादन भी इन लोगों के लिए एक समस्या बन जाता है। लेकिन महज जिनसेंग के सेवन से इन समस्याओं से पार पाया जा सकता है। हाल ही में हुई कई रिसर्च भी इस बात का दावा करती हैं कि जिनसेंग के अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो रक्त में ग्लूकोज के लेवल को नियंत्रित करते हैं जिससे शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है।
शुगर लेवल कंट्रोल करने वाला-ऐसे लोग जो डायबिटीज जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं उन्हें अक्सर शुगर लेवल को मेंटेन करने के लिए बहुत से जतन करने पड़ते हैं। साथ ही इंसुलिन का कम उत्पादन भी इन लोगों के लिए एक समस्या बन जाता है। लेकिन महज जिनसेंग के सेवन से इन समस्याओं से पार पाया जा सकता है। हाल ही में हुई कई रिसर्च भी इस बात का दावा करती हैं कि जिनसेंग के अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो रक्त में ग्लूकोज के लेवल को नियंत्रित करते हैं जिससे शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है।
सूजन को कम करने वाला-जिनसेंग को लेकर अब तक कई रिसर्च की गई है जिनमें अलग अलग तरह से इसका उपयोग किया गया है। इन शोधों में यह बात साफ हो गई है कि जिनसेंग के अंदर मौजूद गुण आपको स्किन से संबंधित समस्याओं से बचा कर रखते हैं, जैसे कि एक्जिमा। (2) यही नहीं जिनसेंग में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण व्यक्ति को ऑक्सिडेटिव तनाव से भी राहत दिलाता है। ज्ञात हो कि ऑक्सिडेटिव तनाव शरीर में पैदा होने वाली बहुत सी बीमारियों की वजह होता है। ऐसे में जिनसेंग की यह खासियत आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
जिनसेंग की जड़ का सेवन कैसे करें
जिनसेंग की जड़ का सेवन आप चाहें तो कच्चा या चाय में डालकर भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप इसे कई तरह के व्यंजनों, सूप या फ्राइ कर के भी खा सकते हैं। इसके कैप्सूल या पाउडर भी ले सकते है।
जिनसेंग की जड़ का सेवन कैसे करें
जिनसेंग की जड़ का सेवन आप चाहें तो कच्चा या चाय में डालकर भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप इसे कई तरह के व्यंजनों, सूप या फ्राइ कर के भी खा सकते हैं। इसके कैप्सूल या पाउडर भी ले सकते है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)