केंद्र की राज्य सरकार को क्या है एडवाइजरी What is the advisory of the center to the state government
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर यह स्पष्ट किया है कि Mpox के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है, ताकि लोग इस बीमारी के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकें और घबराहट में न आएं। मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि राज्य और जिला स्तर पर वरिष्ठ अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करें। इसके अलावा, अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि पुष्टि किए गए और संदिग्ध मामलों की उचित देखभाल और जांच की जा सके। यह भी पढ़ें
सिफलिस वायरस के कहर में डुबा जापान , अब तक 2500 से ज्यादा केस आए सामने
मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि एमपॉक्स के संदिग्ध मामलों को अलग रखा जाए ताकि संक्रमण का फैलाव न हो। इस बीमारी के संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाना चाहिए और जब तक जांच रिपोर्ट प्राप्त न हो जाए, तब तक उन्हें किसी अन्य व्यक्ति के संपर्क में नहीं आने देना चाहिए। जिन व्यक्तियों में एमपॉक्स (mpox) की पुष्टि होती है, उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग कर उनकी भी जांच की जानी चाहिए। सभी अस्पतालों में मंकीपॉक्स की रोकथाम और उपचार के लिए उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि एमपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच अनिवार्य है। इसके लिए कई प्रयोगशालाएं निर्धारित की गई हैं और सभी राज्यों को यह जानकारी दी गई है कि किस प्रयोगशाला में सैंपल भेजने हैं। मंकीपॉक्स से बचाव और रोकथाम के लिए प्रोटोकॉल भी जारी किया गया है।
मंकीपॉक्स के लक्षण Symptoms of Mpox
- बुखार , सिरदर्द , ठंड लगना
- जोड़ों का दर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द
- सूजी हुई लिम्फ नोड्स ( सूजी हुई ग्रंथियां )
- अत्यधिक थकान
- चकत्ते, फुंसी जैसे घाव या घाव
- मुंह में छाले, घाव या घाव
- मलाशय दर्द (गुदा में और उसके आसपास दर्द) जो दाने के बिना भी हो सकता है
यह भी पढ़ें