scriptCancer Research : भारत के इस शहर ने कैंसर पर किया 18 महिने का गहन अध्ययन, जानने के लिए पढ़े पुरी खबर | Cancer ResThis city of India did an 18-month deep study on cancer, read the full news to know more | Patrika News
स्वास्थ्य

Cancer Research : भारत के इस शहर ने कैंसर पर किया 18 महिने का गहन अध्ययन, जानने के लिए पढ़े पुरी खबर

Cancer Research : स्वास्थ्य के लिए कैंसर (cancer) एक घातक बीमारी है। इस बीमारी को लोग मौत की बीमारी के नाम से जानते हैं। लेकिन इसी को लेकर एक बहुत बड़ी जानकारी सामने आ रही है।

कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल इंदौर ने स्वास्थ्य के लिए बड़ी चुनौती वाले कैंसर (Cancer) पर एक व्यापक और गहन अध्ययन किया है, जो 18 महीनों तक कार्यक्रमित रहा।

जयपुरSep 06, 2024 / 03:16 pm

Puneet Sharma

Cancer_d58179

Cancer_d58179

Cancer Research : स्वास्थ्य के लिए कैंसर (cancer) एक घातक बीमारी है। इस बीमारी को लोग मौत की बीमारी के नाम से जानते हैं। लेकिन इसी को लेकर एक बहुत बड़ी जानकारी सामने आ रही है।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल इंदौर ने स्वास्थ्य के लिए बड़ी चुनौती वाले कैंसर (Cancer) पर एक व्यापक और गहन अध्ययन किया है, जो 18 महीनों तक कार्यक्रमित रहा। जनवरी 2023 से जनवरी 2024 तक किए गए कैंसर केसेस के विश्लेषण से शहर में कैंसर केसेस की संख्या, प्रकार और उन आयु समूहों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई है जिन्हें सबसे अधिक कैंसर से प्रभावित हुआ है।

बायोप्सी सैंपल और सर्जिकल प्रक्रियाओं पर किया विश्लेषण Analysis at the biopsy laboratory and salon workshop

अंबानी हॉस्पिटल की सलाहकार चिकित्सक डॉ शिल्पी दोसी ने का कहना है कि पैथोलॉजी के माध्यम से अस्पताल में आने वाले मरीजों के बायोप्सी सैंपल और सर्जिकल प्रक्रियाओं का विश्लेषण किया गया। इस विश्लेषण में 1100 सैंपल में से 405 सैंपल घातक साबित हुए। इनमें से 45 प्रतिशत केसेस मुंह के कैंसर (Cancer) के थे, जिनका मुख्य कारण तंबाकू सेवन था। इसके बाद 15 प्रतिशत मामले स्तन कैंसर और 13 प्रतिशत मामले फेफड़ों के कैंसर के थे, साथ ही कोलोरेक्टल, प्रोस्टेट, ब्रेन, सॉफ्ट टिश्यू, ओव्हरियन और लिम्फोमा जैसे कैंसर के भी मामले सामने आए।

अध्ययन में दिखी लैंगिक असमानता Gender inequality seen in study

डॉ. शिल्पी दोशी ने बताया कि अध्ययन में लैंगिक असमानता स्पष्ट रूप से देखी गई, जिसमें पुरुष-महिला अनुपात 2.1:1 था, जो पुरुषों में कैंसर के मामलों की अधिकता को दर्शाता है। अधिकांश मामले 41-60 आयु वर्ग में पाए गए। महिलाओं में कैंसर के मामलों में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण स्तन कैंसर का बढ़ना है। 41-60 आयु वर्ग की अधिकांश महिलाएं स्तन कैंसर की शिकार होती हैं।

वयस्क लोग करवाए नियमित रूप से जांच Adults should get regular checkups

ये सभी नतीजे स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि हमें जल्दी से जल्दी जांच और समय पर उपचार प्राप्त करना अत्यंत आवश्यक है। देर से डायग्नोस्टिक दर अत्यधिक है। जो अधिक जागरूकता और नियमित रूप से जांच की महत्वता को प्रकट करता है। विशेषकर वयस्क लोगों को नियमित रूप से जांच करवाना, बीमारियों के लक्षणों पर सतर्क रहना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

फ्रोजन सेक्शन तकनीक सर्जरी की आवश्यकता को कर सकती है कम Frozen section technique may reduce the need for surgery

इन अध्ययनों से पता चला है कि कैंसर (Cancer) के मामले में, और मुख्य तौर पर दोबारा सर्जरी की जरूरत को कम करने में फ्रोजन सेक्शन तकनीक अहम भूमिका निभाती है। इंदौर के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में, फ्रोजन सेक्शन एनालिसिस को तुरंत करने में आधुनिक स्मार्ट मशीनों का उपयोग किया जाता है।

Hindi News/ Health / Cancer Research : भारत के इस शहर ने कैंसर पर किया 18 महिने का गहन अध्ययन, जानने के लिए पढ़े पुरी खबर

ट्रेंडिंग वीडियो