1.तनाव मुक्ति में कारगर
ब्रेस्ट मसाज न केवल एक प्लेजर देता है, बल्कि तमाम तरह के तनाव से भी आपको मुक्त करता है। ब्रेस्ट मसाज से मन में चल रहे असिमित विचार या तनाव शांत हो जाते हैं। यदि मजाज नियमित रूप से की जाए तो तनाव-चिंता सब दूर रहती है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से दिमाग को भी अच्छी तरंगे मिलती हैं, इससे गुड हार्मोंस जैसे डोपमैन रिलीज होता हैं।
2. कैंसर का समय रहते चलता है पता
नियमित रूप से ब्रेस्ट मसाज करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि छोटी सी गांठ भी अगर ब्रेस्ट में हो तो इसका पता चल जाता है। कैंसर होने पर ब्रेस्ट पर गांठ बन जाता है और मलिश के दौरान इसे पकड़ना आसान होता है, क्योंकि ये दर्द रहित गांठ बिना छूए पता करना मुश्किल होता है।
ब्रेस्ट मसाज न केवल एक प्लेजर देता है, बल्कि तमाम तरह के तनाव से भी आपको मुक्त करता है। ब्रेस्ट मसाज से मन में चल रहे असिमित विचार या तनाव शांत हो जाते हैं। यदि मजाज नियमित रूप से की जाए तो तनाव-चिंता सब दूर रहती है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से दिमाग को भी अच्छी तरंगे मिलती हैं, इससे गुड हार्मोंस जैसे डोपमैन रिलीज होता हैं।
2. कैंसर का समय रहते चलता है पता
नियमित रूप से ब्रेस्ट मसाज करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि छोटी सी गांठ भी अगर ब्रेस्ट में हो तो इसका पता चल जाता है। कैंसर होने पर ब्रेस्ट पर गांठ बन जाता है और मलिश के दौरान इसे पकड़ना आसान होता है, क्योंकि ये दर्द रहित गांठ बिना छूए पता करना मुश्किल होता है।
3. लिम्फेडेमा का जोखिम होगा कम
ब्रेस्ट मसाज से शरीर में लसिका तंत्र एक्टिव हो जाता है। इससे शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकलने लगते हैं। मसाज से शरीर में नई उर्जा का संचार होता है।
4. ब्रेस्ट मिल्क बढ़ता है
मसाज करने से ब्रेस्ट के आसपास जब ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है तो मिल्क का फॉर्मेशन में ज्यादा होने लगता है। वहीं, अगर ब्रेस्ट सेंसेटिव हो या निपल छोटे हों तो वह मालिश से सही हो जाते हैं। मसाज की गर्माहट से आसपास के ऊतकों ढीले होते हैं इससे सेंसिटिविटी दूर होती है।
ब्रेस्ट मसाज से शरीर में लसिका तंत्र एक्टिव हो जाता है। इससे शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकलने लगते हैं। मसाज से शरीर में नई उर्जा का संचार होता है।
4. ब्रेस्ट मिल्क बढ़ता है
मसाज करने से ब्रेस्ट के आसपास जब ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है तो मिल्क का फॉर्मेशन में ज्यादा होने लगता है। वहीं, अगर ब्रेस्ट सेंसेटिव हो या निपल छोटे हों तो वह मालिश से सही हो जाते हैं। मसाज की गर्माहट से आसपास के ऊतकों ढीले होते हैं इससे सेंसिटिविटी दूर होती है।
5. ब्रेस्ट साइज और कसावट बढ़ती है
अगर आपके ब्रेस्ट का साइज छोटा है या ढीले हो रहे हैं तो मसाज इसमें बड़ा रोल निभाता है। ब्रेस्ट की मांसपेशियां विकसित होती हैं और उनमें कसावट भी आती है।
6. मांसपेशियों के तनाव से राहत
कई बार ब्रेस्ट में की मासंपेशियों में तनाव होता है। इससे कंधे और पीठ में भी दर्द पैदा होता है। अगर नियमित मसाज की जाए तो मासपेशियों के तनाव से राहत मिलेगी।
अगर आपके ब्रेस्ट का साइज छोटा है या ढीले हो रहे हैं तो मसाज इसमें बड़ा रोल निभाता है। ब्रेस्ट की मांसपेशियां विकसित होती हैं और उनमें कसावट भी आती है।
6. मांसपेशियों के तनाव से राहत
कई बार ब्रेस्ट में की मासंपेशियों में तनाव होता है। इससे कंधे और पीठ में भी दर्द पैदा होता है। अगर नियमित मसाज की जाए तो मासपेशियों के तनाव से राहत मिलेगी।
ब्रेस्ट मसाज कैसे करें
ब्रेस्ट को हमेशा सर्कुलर मोशन और स्मूद स्ट्रोक के साथ मसाज करना चाहिए। दोनों हाथों से ऊपर की ओर घुमाते हुए मसाज करना चाहिए। कोशिश करें की नहाने के बाद एक किसी भी तेल से ब्रेस्ट की मालिश करें। सर्कुलर मोशन को 20-30 बार अपवर्ड और डाउनवर्ड डायरेक्शन में करें।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
ब्रेस्ट को हमेशा सर्कुलर मोशन और स्मूद स्ट्रोक के साथ मसाज करना चाहिए। दोनों हाथों से ऊपर की ओर घुमाते हुए मसाज करना चाहिए। कोशिश करें की नहाने के बाद एक किसी भी तेल से ब्रेस्ट की मालिश करें। सर्कुलर मोशन को 20-30 बार अपवर्ड और डाउनवर्ड डायरेक्शन में करें।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)