आंखों से धुंधला दिखने के ये हो सकते हैं 8 कारण
1. स्ट्रोक
दिमागी स्ट्रोक की वजह से दोनों आंखों की रोशनी या नज़र ख़राब हो सकती है। आंखों या दिमाग से जुड़े स्ट्रोक के कारण धुंधला दिखने लगता है। कई बार स्ट्रोक आने से पहले भी ऐसे लक्षण नजर आते हैं। धुंधलेपन के साथ अगर बोलने में दिक्कत, सिर चकराने या एक हाथ का सुन्न होना या कमजोरी होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
2. डायबिटीज
डायबिटीज की वजह से भी आंखें कमजोर हो सकती हैं। टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में धुंधलापन दिखने की समस्या काफी होती है। क्योंकि डायबिटीज की वजह रेटिनोपैथी की समस्या होती है। ब्लड शुगर अधिक होने से रेटिना में मौजूद छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और इससे नजर कमजोर होती है। आंखों में सूजन और मैक्युला जैसी स्थिति भी बन सकती है।
इंफेक्शन की वजह से भी नजर कमजोर हो सकती है या धुंधला दिखने समस्या होती है। आंखों के संक्रमण में कॉर्निया को नुकसान पहुंचता है। आंखों के संक्रमण की वजह आंखों में चोट लगना, या फिर लेंस भी हो सकता है। कांटेक्ट लेंस की वजह से भी आंखों में संक्रमण होने का जोखिम होता है। इससे हर्पस केराटाइटिस होने का खतरा होता है और आंखों से धुंधला दिखने लगता है।
4.आईरिस डिजीज
आईरिस आंखों के रंगीन हिस्से को कहते हैं, ऑटोइम्यूनरिएक्शन या आंखों से जुड़े संक्रमण की वजह से आईरिस में सूजन आ जाती है। ऐसी स्थिति में फोटोफोबिया या लाइट से दिक्कत होती है। इसकी वजह से धुंधला दिखता है।
माइग्रेन की वजह से आंखों पर गहरा प्रभाव पड़ता है, इसकी वजह से भी कई बार धुंधला दिखने लगता है। ऐसा कई बार हो सकता है, लेकिन ये दर्द ठीक होने के साथ ठीक हो जाता है।
6. हाई बीपी
हाई ब्लड प्रेशर की वजह से भी आखों की दिक्कत होती है। आंखों का धुंधला दिखना हाई बीपी का एक लक्षण हेाता है।
7. आंखों में खिंचाव
आंखों में खिंचाव नजर कमजोर होने या धुंधलापन का कारण हो सकता है। किसी भी चीज को ज्यादा देर तक देखने से आंखों में खिंचाव की समस्या हो सकती है। कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन आदि की स्क्रीन पर ज्यादा देर तक लगातार देखने की वजह से यह दिक्कत लोगों में ज्यादातर देखी गयी है। रात में या कम रोशनी में ड्राइविंग या पढने से भी आंखों में खिंचाव हो सकता है।
8. थायरॉयड
डायबिटीज की तरह ही थायरॉयड में भी ग्लूकोमा की समस्या होती है। ग्लूकोमा आंख से जुड़ी बीमारी में जिसमें आंखों की रौशनी पर प्रभाव पड़ता है। इस बीमारी की शुरुआत में भी धुंधलापन नजर आता है।