एक्सपर्ट्स का कहना है कि रक्तदान के बाद एक सामान्य प्रश्न यह होता है कि हमारा शरीर कैसे पुनः स्वस्थ होता है और खून कब और किस प्रकार वापस बनता है। जब हम रक्तदान करते हैं, तो हम अस्थायी रूप से कुछ मात्रा में रक्त खोते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित होती है।
शरीर में खून की मात्रा : Blood Donate Recovery
रक्तदान के तुरंत बाद, हमारे मस्तिष्क और किडनी में कुछ रासायनिक तत्व यह पहचानते हैं कि शरीर में पानी की कमी हो गई है, और इसके परिणामस्वरूप शरीर विभिन्न प्रक्रियाओं को सक्रिय करता है ताकि पानी को अधिकतम मात्रा में संरक्षित किया जा सके। हमारे शरीर का लगभग 8% वजन रक्त के रूप में होता है। इस रक्त का 55% भाग प्लाज्मा है, जिसमें लगभग 90% पानी शामिल है। प्लाज्मा की पुनर्प्राप्ति रक्तदान के 24-48 घंटे के भीतर शुरू होती है और यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है। यह भी पढ़ें
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प्लेटलेट्स रिकवरी Platelets Recovery
जब प्लेटलेट्स की संख्या घटती है, तो शरीर थ्रोम्बोपोइटिन नामक एक हार्मोन का उत्पादन करता है, जो बोन मैरो को प्लेटलेट्स बनाने के लिए प्रेरित करता है। प्लेटलेट दान के बाद, प्लेटलेट्स की मात्रा आमतौर पर 1-2 दिनों में सामान्य हो जाती है। इस कारण, प्लेटलेट्स दाता सप्ताह में दो बार और साल में अधिकतम 24 बार प्लेटलेट्स दान कर सकते हैं।लाल रक्त कोशिकाएं red blood cell
सामान्यतः, अधिकांश व्यक्तियों में रक्तदान के 6 से 12 सप्ताह के भीतर हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य हो जाता है। इसलिए, पुरुष दाताओं को 12 सप्ताह और महिलाओं को 16 सप्ताह के बाद पुनः रक्तदान करने की अनुमति होती है। हमारा शरीर हर सेकंड लगभग 2 मिलियन नई लाल रक्त कोशिकाएं उत्पन्न करता है। इस कारण, लाल रक्त कोशिकाओं की कमी को पूरा करने में कुछ सप्ताह लगते हैं। रक्तदान के बाद, हमारे शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में कमी को पहचानने वाली विशेष कोशिकाएं एक प्रोटीन, एरिथ्रोपोइटिन, का निर्माण करती हैं। यह प्रोटीन बोन मैरो को संकेत देता है कि अधिक लाल रक्त कोशिकाएं बनाने की आवश्यकता है।
यह एक सामान्य जानकारी है यदि आप कुछ ज्यादा जानना चाहते हैं या ब्लड डोनेट करना चाहते हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ नहीं करें।
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