*यह मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान राहत दे सकता है। मेथी के बीज का उपयोग पीरियड क्रैम्प्स को कम करने और सूजन और मूड स्विंग्स जैसे लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है।
*मेथी को स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए जाना जाता है। लैक्टेशन को सपोर्ट करने के लिए अक्सर नेचुरल उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाती है।
*मेथी के पेस्ट या तेल का उपयोग मुँहासे, सूजन और एक्जिमा जैसी स्किन कंडीशन का इलाज करने में मदद कर सकता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल व एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज जो स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देते हैं।
*सालों से मेथी इनडाइजेशन, सूजन और कब्ज जैसे पाचन संबंधी परेशानियों को कम करने के लिए उपयोग की जाती है। यह डाइजेशन को बढ़ावा दे सकता है और बेचैनी से राहत दिला सकता है।
अक्सर चिड़चिड़ापन और ऊर्जा में कमी हार्मोनल इम्बैलेंस का संकेत तो नहीं, जानिए यहां
*मेथी भूख कम करके और फैट मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर वेट मैनेजमेंट में सहायता हो सकती है।
*मेथी के एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण कोलेस्ट्रॉल के लेवल और ब्लड प्रेशर को कम करने और हार्ट डिजीज से बचाने में मदद कर सकते हैं।
*मेथी ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। ये डायबिटीज या प्रीडायबिटीज वाले व्यक्तियों को लाभ पहुंचा सकते हैं।