हाई कोलेस्ट्रॉल में खाएं जाने वाले फूड्स : Beneficial foods for high cholesterol
अंडे का सेवन अंडे (Beneficial foods for high cholesterol) में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। अंडे में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी अधिक होती है। एक बड़े अंडे में लगभग 200 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है। इसी वजह से कई लोग अंडा खाने से परहेज करते हैं। लेकिन शोध से यह स्पष्ट हुआ है कि अंडे का कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता। इसमें मौजूद कोलेस्ट्रॉल हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। अंडे में विटामिन बी, विटामिन ए, सेलेनियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। शोध के अनुसार, दिन में 1 से 3 अंडे खाना स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। दही का सेवन फैटयुक्त दही में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है, लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, विटामिन बी, जिंक और पोटैशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद हैं। फुल फैट दही कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसके साथ ही, यह हृदय रोग और मधुमेह के जोखिम को भी कम करता है।
सारडाइन का सेवन सारडाइन मछली (Beneficial foods for high cholesterol) उच्च कोलेस्ट्रॉल वाली होती है, लेकिन यह पोषक तत्वों और प्रोटीन से भरपूर है। आप इसे विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में शामिल कर सकते हैं। लगभग 90 ग्राम सारडाइन में 125 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। यह कैल्शियम और प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसमें फास्फोरस, जिंक, कॉपर, मैग्नीशियम, विटामिन ई और आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।
ऑर्गन मीट का सेवन कोलेस्ट्रॉल से समृद्ध ऑर्गन मीट (Beneficial foods for high cholesterol) हृदय, किडनी और लिवर के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। चिकन का हार्ट एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो हमारे शरीर को विटामिन बी12, आयरन और जिंक प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी काफी अधिक होती है। लगभग 50 ग्राम ऑर्गन मीट में 95 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।