राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि 27 मई से हमने मरीजों का डाटा रिकॉर्ड करना शुरू किया और 19 जून तक हमारे अस्पताल में हीट स्ट्रोक की वजह से 11 की मौत हुई है। इस दौरान 45 मरीज इलाज के लिए हमारे हॉस्पिटल में आए। पिछले 24 घंटे की बात की जाए तो हीट स्ट्रोक के 23 से 24 मरीज आए हैं। बीते दो दिनों में 4 मरीजों की मौत हुई है।
उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रोक की वजह से जो मौतें हुई है या जो मरीज इलाज के लिए अस्पताल आ रहे हैं, उनमें सबसे ज्यादा वो लोग हैं जो सड़क पर काम करते हैं या ज्यादा देर धूप में रहते हैं। जो डेथ हो रही है उसमें पुरुषों की संख्या ज्यादा है और ज्यादातर लोअर क्लास के लोग हैं।
उन्होंने हीट स्ट्रोक से बचने के लिए कुछ टिप्स भी दिए। डॉक्टर ने कहा कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए लोगों को सूती वस्त्र पहनना चाहिए, धूप में कोशिश करें कि न निकलें और अगर निकलते हैं तो सिर को ढक कर निकलें।
उन्होंने कहा, हीट स्ट्रोक से बचने के लिए मजदूरों को हर 30-45 मिनट के अंतराल में शिकंजी, पानी, नमक-पानी का घोल लेना चाहिए। काम करने के बाद छांव में कुछ देर रुक कर आराम करना चाहिए, बहुत ज्यादा बहादुरी दिखाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि हीट वेव सभी का असर सभी पर पड़ता है, इसलिए मैं दुआ करता हूं कि जल्द से जल्द तापमान में गिरावट हो, लोगों को राहत मिले, लेकिन तब तक हर किसी के लिए यह जरूरी है कि वह अपना बचाव करे। जुलाई में भी कई बार हीट स्ट्रोक के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए अभी सावधान रहने की जरूरत है, जब तक झमाझम बारिश न हो जाए।
–आईएएनएस