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हमेशा रहती है थकान और चिड़चिड़ापन? इस विटामिन की कमी को न करें नज़रअंदाज

Magnesium deficiency : मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट है जो शरीर में कई आवश्यक कार्यों को सहायता करता है। यह मांसपेशियों और नसों के कार्य को नियंत्रित करने, एक स्वस्थ इम्यून सिस्टम का समर्थन करने, हड्डियों को मजबूत रखने और दिल की धड़कन को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।

जयपुरOct 08, 2024 / 11:12 am

Manoj Kumar

Health Effects of Magnesium Deficiency

Magnesium deficiency : मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट है जो शरीर में कई आवश्यक कार्यों में शामिल होता है। यह मांसपेशियों और नसों के कार्यों को नियंत्रित करता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है, हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखता है, और दिल की धड़कन को स्थिर रखता है। इसके अलावा, यह 300 से अधिक एंजाइम सिस्टम्स में भूमिका निभाता है जैसे कि ऊर्जा उत्पादन, प्रोटीन संश्लेषण और रक्तचाप को नियंत्रित करना।

महिलाओं के लिए मैग्नीशियम का महत्व The importance of magnesium for women

महिलाओं के शरीर में मैग्नीशियम (Magnesium) हार्मोनल संतुलन बनाए रखने, हड्डियों की सेहत और दिल के कार्य को ठीक रखने में मदद करता है। गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान इसकी जरूरत और भी बढ़ जाती है। रोजाना 320 मिलीग्राम की सिफारिश की जाती है, जबकि गर्भावस्था के दौरान 350-360 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है।

आज की जीवनशैली में मैग्नीशियम की कमी Magnesium deficiency in today’s lifestyle

आज की तेज़ रफ़्तार वाली जीवनशैली और फास्ट फूड के बढ़ते उपयोग के कारण, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी, जिसमें मैग्नीशियम (Magnesium) भी शामिल है, आम हो गई है। एक अध्ययन के अनुसार, ज्यादातर भारतीयों में आयरन, कैल्शियम, फोलेट, आयोडीन, जिंक और मैग्नीशियम की कमी पाई जाती है।

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मैग्नीशियम की कमी के लक्षण Symptoms of Magnesium Deficiency

मैग्नीशियम की कमी (Magnesium deficiency) से थकान, मांसपेशियों में ऐंठन, और दिल की धड़कन में अनियमितता जैसी समस्याएं हो सकती हैं। महिलाओं में यह कमी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और हड्डियों के स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकती है।

मानसिक स्वास्थ्य पर असर Impact on mental health

मैग्नीशियम की कमी से व्यक्तित्व में बदलाव, चिड़चिड़ापन और चिंता जैसी मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं। गर्भवती महिलाओं और हार्मोनल असंतुलन से पीड़ित महिलाओं में मैग्नीशियम की कमी का प्रतिशत भी अधिक होता है।

मैग्नीशियम की कमी से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव Health Effects of Magnesium Deficiency

गर्भवती महिलाओं में मैग्नीशियम की कमी (Magnesium deficiency) से रक्त शर्करा स्तर पर असर हो सकता है और नवजात शिशु में जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। एक अध्ययन में यह पाया गया है कि 15-42% स्वस्थ दिखने वाले लोगों में भी मैग्नीशियम की कमी पाई जाती है।

मैग्नीशियम स्तर कैसे सुधारें? How to Improve Magnesium Levels?

मैग्नीशियम की कमी (Magnesium deficiency) को दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ खास खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, बादाम, कद्दू के बीज, काले चने, क्विनोआ, एवोकाडो और केले मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। यहां तक कि डार्क चॉकलेट भी एक अच्छा स्रोत है। अगर डाइट से पर्याप्त मैग्नीशियम नहीं मिल रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श करके सप्लीमेंट्स लेने पर विचार किया जा सकता है।
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महिलाओं के शरीर के लिए मैग्नीशियम बेहद आवश्यक है, और इसकी कमी से न केवल शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर हो सकता है।

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