क्या है सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन?
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन का मतलब है कि महिलाएं खुद घर पर अपने स्तनों की जांच कर सकती हैं। यह जांच हर महीने करने से स्तनों में किसी भी प्रकार के बदलाव को जल्दी पहचानने में मदद मिलती है, जिससे संक्रमण, स्तन रोग या ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) के लक्षणों को समय रहते पहचाना जा सकता है।अंशुला कपूर का वीडियो: जानें कैसे करें सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन Anshula Kapoor’s video: Learn how to do a self breast examination
Anshula Kapoor posted a video on Instagram : अंशुला कपूर ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के माध्यम से सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के स्टेप-बाय-स्टेप तरीके को समझाया है। यहाँ हम आपको वह 8 प्रमुख बातें बता रहे हैं जिन्हें इस जांच के दौरान ध्यान में रखना चाहिए:1. ब्रा पहनकर करें जांच
जांच करते समय ब्रा पहनना बेहतर है और कोशिश करें कि आप शीशे के सामने हों। आप यह जांच खड़े होकर या बैठकर कर सकती हैं।2. छाती और बगल की जांच
अपनी एक हाथ की हथेली से अपनी छाती और बगल में गांठों या सूजनों को महसूस करने की कोशिश करें। अपनी आर्मपिट और कॉलरबोन्स की भी जांच करें और देखें कि कहीं दर्द तो नहीं हो रहा।3. ब्रेस्ट की सतह की जांच
ब्रेस्ट के हर हिस्से को सीधी हथेली से जांचें। देखें कि कहीं किसी तरह का डिस्चार्ज, धब्बे, रंग में परिवर्तन तो नहीं है।4. स्किन की बनावट
स्किन की बनावट में कोई बदलाव, झुलसाव, अंगूर की तरह दिखने वाली त्वचा, सूजन या गांठ, झूलना, रेडनेस या खुजली की जांच करें।5. पीरियड्स के बाद करें जांच
अगर आपके पीरियड्स नॉर्मल हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप पीरियड्स खत्म होने के बाद ही सेल्फ एग्जामिनेशन करें। यदि आपका मॉनोपॉज शुरू हो गया है या आपके पीरियड्स नियमित नहीं हैं, तो हर महीने के पहले दिन या कोई फिक्स डेट चुनें।6. हाथों की स्थिति
यह जांच आपको कम से कम दो बार करनी चाहिए: एक बार जब आपके हाथ नीचे हों और दूसरी बार जब आपके हाथ ऊपर की तरफ हों।7. बॉडी के सामान्य पैटर्न को समझें
इस जांच का मुख्य उद्देश्य है कि आपको पता चले कि आपकी बॉडी में क्या सामान्य है और किसी भी बदलाव को जल्दी पहचान सकें। आप इन बदलावों को फोन के रिमाइंडर में या कहीं कॉपी पर नोट कर सकती हैं।8. डॉक्टर से संपर्क करें
यदि आपको जांच के दौरान कोई बदलाव या दर्द महसूस होता है, तो बिना देरी किए तुरंत अपने डॉक्टर या गाइनाकोलॉजिस्ट से संपर्क करें और उन्हें इन बदलावों के बारे में बताएं। ब्रेस्ट कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही समय पर पहचान और इलाज से इससे बचा जा सकता है। अंशुला कपूर की तरह, हर महिला को अपनी सेहत के प्रति जागरूक होना चाहिए और नियमित रूप से सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन करना चाहिए। यह आसान प्रक्रिया न केवल आपको स्वस्थ रखेगी बल्कि संभावित खतरे को भी समय रहते दूर करने में मदद करेगी।