तुलसी की पत्तियां अस्थमा के मरीजों और सूखी खांसी से पीड़ित लोगों के लिए भी बहुत गुणकारी हैं। इसके लिए तुलसी की मंजरी, सोंठ, प्याज का रस और शहद को मिला लें और इस मिश्रण को चाटकर खाएं, इसके सेवन से सूखी खांसी और दमे में लाभ होता है।
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2. अनियमित पीरियड्स को दूर करने में मदद करतायदि महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता की शिकायत है तो तुलसी के बीज का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा तुलसी के पत्तों का नियमित सेवन करने से मासिक चक्र की अनियमितता भी दूर होती है।
पाचन क्रिया के लिए तुलसी के पत्ते पाचन को सही रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही एसिडिटी और पेट में जलन की परेशानी को भी यह दूर रखता है। बॉडी के पीएच लेवल को मेनटेन करने में भी तुलसी मददगार साबित होती है।
तुलसी के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को सामान्य करने में मदद मिलती है। यह किडनी में पथरी को भी बढ़ने से रोकता है।
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5. इम्युनिटी बढ़ातीऐसा माना जाता है कि रोज तुलसी के ताजे पत्ते खाने से इम्यून सिस्टम यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ब्रांकाइटिस व फेफड़ों में संक्रमण से बचाव में भी सहायक है तुलसी। दरअसल तुलसी का नियमित सेवन करने से तुलसी कफ को पतला करके उसे शरीर से बाहर निकालती है, साथ ही फेफड़ों की कार्य क्षमता में भी सुधार करती है।