मंकी वायरस का केस ब्रिटेन में मिला है। ये वायरस गिलहरी, बंदर, चूहे, कॉकरोच या मच्छरों जैसे जीवों से ही इंसान में पहुंचता है। मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरस है और अगर लापरवाही अगर बरती जाए तो ये बेहद तेजी से फैल सकता है। इसके लक्षण मामूली से नजर आते हैं और फ्लू से लक्षण मिलने के कारण इसे शुरुआती दिनों में पहचानना भी मुश्किल होता है। जिसका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उन पर इस वायरस का अटैक तेजी से होता है।
क्या है मंकीपॉक्स वायरस
मंकीपॉक्स भी वायरस है और ये घर में मौजूद जीव जैसे चूहे, कॉकरोच या मच्छर आदी से भी हो सकता है। सर्दी-जुकाम, बुखार, एलर्जी जैसे लक्षण इस बीमारी में नजर आते हैं। ये वायरस भी फेफड़े पर प्रभाव डालता है और सही इलाज न मिले तो निमोनिया और उससे जान पर भी जोखिम बना रहता है। इस वायरस के कारण चिकनपॉक्स की तरह ही पूरे शरीर और चेहरे पर दाने आने लगते हैं।
मंकीपॉक्स भी वायरस है और ये घर में मौजूद जीव जैसे चूहे, कॉकरोच या मच्छर आदी से भी हो सकता है। सर्दी-जुकाम, बुखार, एलर्जी जैसे लक्षण इस बीमारी में नजर आते हैं। ये वायरस भी फेफड़े पर प्रभाव डालता है और सही इलाज न मिले तो निमोनिया और उससे जान पर भी जोखिम बना रहता है। इस वायरस के कारण चिकनपॉक्स की तरह ही पूरे शरीर और चेहरे पर दाने आने लगते हैं।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।