कोविड-19 का सबसे पहला अटैक फेफड़े पर ही होता है और इससे सांस संबंधित बीमारियां,बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और बहती नाक जैसे लक्षण नजर आने लगते है। इसके अलावा सांस लेने में परेशानी, छाती में दर्द और लो ब्लड ऑक्सीजन लेवल भी कुछ गंभीर लक्षणों में शामिल हैं। ऐसे लक्षण अगर नजर आने के बाद भी कोविड रिपोर्ट निगेटिव है तो इसके पीछे की वजह क्या है, आइए जानें।
कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने की वजह टेस्ट के गलत नतीजे
सबसे पहली संभावना यही है कि टेस्ट रिपोर्ट गलत आई हो। सैंपल लेने में अगर गलती हुई होगी तो रिपोर्ट निगेटिव ही आएगी। कई बार आरटी-पीसीआर टेस्ट में भी निगेटिव रिपोर्ट आती है, लेकिन कोविड होता है। अगर स्वैब टेस्ट सही तरीके से नहीं रखी गई हैं या फिर उसपर पर्याप्त वायरल पार्टिक्ल नहीं है तो संभाव है कि टेस्ट नेगेटिव आएगा। ऐसे में आपको सीटी स्कैन का सहारा लेना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
सबसे पहली संभावना यही है कि टेस्ट रिपोर्ट गलत आई हो। सैंपल लेने में अगर गलती हुई होगी तो रिपोर्ट निगेटिव ही आएगी। कई बार आरटी-पीसीआर टेस्ट में भी निगेटिव रिपोर्ट आती है, लेकिन कोविड होता है। अगर स्वैब टेस्ट सही तरीके से नहीं रखी गई हैं या फिर उसपर पर्याप्त वायरल पार्टिक्ल नहीं है तो संभाव है कि टेस्ट नेगेटिव आएगा। ऐसे में आपको सीटी स्कैन का सहारा लेना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
वायरस को फैलने में वक्त लगता है
टेस्ट नेगेटिव आया इसके पीछे दूसरी वजह यह भी होती है कि वायरस भले ही आपके अंदर आ गया हो, लेकिन उसे सामने आने में वक्त लगता है। संक्रमित होने के शुरुआती चरण के दौरान टेस्ट कराते हैं तो आपका टेस्ट नेगेटिव आ सकता है।
टेस्ट नेगेटिव आया इसके पीछे दूसरी वजह यह भी होती है कि वायरस भले ही आपके अंदर आ गया हो, लेकिन उसे सामने आने में वक्त लगता है। संक्रमित होने के शुरुआती चरण के दौरान टेस्ट कराते हैं तो आपका टेस्ट नेगेटिव आ सकता है।
कोविड के नए वेरिएंट्स भी वजह
कोविड का नया एक्सई और ओमिक्रोन वेरिएंट गंभीर लक्षणों के बावजूद जल्दी पकड़ में नहीं आ रहा है और यही कारण है कि टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर ही इसे पकड़ रहे हैं।
कोविड का नया एक्सई और ओमिक्रोन वेरिएंट गंभीर लक्षणों के बावजूद जल्दी पकड़ में नहीं आ रहा है और यही कारण है कि टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर ही इसे पकड़ रहे हैं।
सांस संबंधी परेशानियां रहना
अगर छाती में बलगम जमा है, अस्थमा, एलर्जी हो या सांस संबंधित कोई अन्य बीमारी हो तो आपकी इम्युनिटी कमजोर होगी। ऐसे में आप मौसमी बीमारियों के संपर्क में आ कर भी बीमार पड़ सकते हैं। लक्षण कोविड से आपके मैच कर सकते हैं, लेकिन ये जरूरी नहीं कि आपको कोविड हो ही।
अगर छाती में बलगम जमा है, अस्थमा, एलर्जी हो या सांस संबंधित कोई अन्य बीमारी हो तो आपकी इम्युनिटी कमजोर होगी। ऐसे में आप मौसमी बीमारियों के संपर्क में आ कर भी बीमार पड़ सकते हैं। लक्षण कोविड से आपके मैच कर सकते हैं, लेकिन ये जरूरी नहीं कि आपको कोविड हो ही।
गर्मी जनित बीमारियों से कंफ्यूजन
गर्मी में दस्त, बुखार, जुकाम, गले में इंफेक्शन आदि जैसी कई समस्याएं होती हैं। ये सारी समस्याओं का लक्षण कोविड का भी है। ऐसे में सामान्य बीमारी भी कोविड लग सकती है, लेकिन एतिहात के तौर पर अपने लक्षणों पर नजर बनाए रखना चाहिए।
गर्मी में दस्त, बुखार, जुकाम, गले में इंफेक्शन आदि जैसी कई समस्याएं होती हैं। ये सारी समस्याओं का लक्षण कोविड का भी है। ऐसे में सामान्य बीमारी भी कोविड लग सकती है, लेकिन एतिहात के तौर पर अपने लक्षणों पर नजर बनाए रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।