ऐसे में जिन नेताओं को टिकट मिल गया है, वे प्रचार- प्रसार में जुट गए हैं। वहीं, जिन्हें नहीं मिला, वें टिकट के लिए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के नेताओं से मिल रहे हैं। हालांकि, अभी कुछ सीटों पर राजनीतिक दलों ने अभी अपने उम्मीदवार नहीं उतरे हैं, जबकि कुछ सीटों पर राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है। इन्हीं में से हरदोई जिले के एक मिश्रिख लोकसभा सीट है, जहां से समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी को बदल दिया है।
सपा ने मिश्रिख सीट से पहले पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी को अपना प्रत्याशी बनाया था, जबकि इसी सीट पर बीजेपी के टिकट पर अशोक रावत मैदान में हैं। बीजेपी प्रत्याशी अशोक रावत के रामपाल राजवंशी चचिया ससुर हैं। ऐसे में इस सीट पर चर्चा थी कि ससुर और दामाद के बीच सीधी टक्कर होगी।
इसी बीच ये भी खबर आ रही थी ससुर दामाद के सामने चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। शनिवार को सपा ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए मिश्रिख सीट से अपना उम्मीदवार बदलते हुए पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के पुत्र मनोज कुमार राजवंशी को अपना उम्मीदवार बना दिया। अब यहां पर समाजवादी पार्टी की ओर से मनोज राजवंशी चुनावी मैदान में होंगे। सपा उम्मीदवार मनोज राजवंशी के भाजपा उम्मीदवार अशोक रावत बहनोई है। ऐसे में मिश्रिख सीट पर साले और बहनोई के बीच सीधी चुनावी जंग होगी। अब देखना होगा कि जनता दोनों में किसे चुनकर संसद भेजती है।