Oscar Award winner स्नेहा और सुमन बोलीं, मोदी के मंत्रालय से अधिकारी आए, लेकिन नहीं की मदद
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सीएससी विंग के सीईओ डॉ. दिनेश त्यागी ने की सुमन और स्नेहा से मुलाकात
डॉ. दिनेश त्यागी बोले- अब आप फेमस चेहरा, अपना एनजीओ और क्षेत्र में सेनेटरी नैपकिन की यूनिट भी खोलकर करें शुरुआत
एक्शन इंडिया कंपनी से निकाले जाने पर बेरोजगार होने पर स्नेहा और सुमन ने पीएम मोदी नाम एसडीएम को सौंपा था ज्ञापन
Oscar Award winner स्नेहा और सुमन बोलीं, मोदी के मंत्रालय से अधिकारी आए, लेकिन नहीं की मदद
हापुड़. ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली डॉक्यूमेंट्री पीरियड एंड ऑफ सेनिटेंस में मुख्य किरदार निभाने वाली स्नेहा व सुमन मोदी के मंत्रालय के सीईओ डॉ. दिनेश त्यागी से मुलाकात के बाद भी निराश हैं। सुमन का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सीएससी विंग के सीईओ डॉ. दिनेश त्यागी ने उनसे 5 मिनट की मुलाकात तो जरूर की, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है।
सुमन ने बताया कि डॉ. दिनेश त्यागी ने मुलाकात के दौरान उनसे कहा कि एक्शन इंडिया कंपनी से उनका जो भी विवाद है वह उनका निजी विवाद है। इसलिए इसे वह अपने खुद के स्तर से निपटाएं। हालांकि डॉ. दिनेश त्यागी ने यह जरूर कहा कि अब आप एक फेमस चेहरा बन चुके हैं। आप अपना एनजीओ बनाकर शुरुआत कर सकते हैं और क्षेत्र में सेनेटरी नैपकिन की यूनिट भी खोल सकते हैं।
वहीं स्नेहा का कहना है कि डॉ. दिनेश ने उन्हें खुद की यूनिट शरू करने की सलाह तो जरूर दी है, लेकिन सरकार की ओर से किसी तरह की कोई मदद दिलाने की कोई बात नहीं कही है। इसको लेकर स्नेहा व सुमन डॉ. दिनेश त्यागी से मुलाकात के बाद भी निराश नजर आ रही हैं। साथ ही उनका कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से न तो उन्हें कोई नौकरी का ऑफर आया है न ही उन्हें किसी तरह की अन्य मदद भविष्य में दिए जाने की बात की गई है।
आपको बता दें ऑस्कर अवॉर्ड जीतने के बाद स्नेहा व सुमन को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से एक-एक लाख की आर्थिक मदद की गई थी। लेकिन, वह जिस कंपनी एक्शन इंडिया में जॉब करती थीं, उसकी ओर लगातार आर्थिक मदद में मिले एक-एक लाख रुपए को कंपनी जमा कराने का दबाव डाला जा रहा था। जब स्नेहा व सुमन ने कंपनी की इस मांग को ठुकरा दिया तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। इसके बाद से स्नेहा व सुमन बेरोजगार हो गई हैं। उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम सरकारी नौकरी दिलाए जाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन हापुड़ कलेक्ट्रेट में एसडीएम पंकज सक्सेना को सौंपा था। जिसके बाद डॉ. दिनेश त्यागी उनसे मिलने पहुंचे, लेकिन कोई मदद नहीं की।