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बुलंदशहर के खुर्जा में NIA का छापा, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से जुड़ा कनेक्शन कानपुर में भी प्रदूषण का असर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट के मुताबिक https://app.cpcbccr.com/AQI_India/ के मुताबिक, बुधवार, 19 अक्टूबर को प्रदेश में हापुड़, मेरठ और मुजफ्फरनगर के बाद कानपुर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की लिस्ट में आया है। कानपुर में सुबह आठ बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स 211 दर्ज किया गया है। जबकि बरेली में 193, लखनऊ में 181, आगरा में 179, गोरखपुर में 166 और प्रयागराज में 127 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया है। वहीं सिर्फ मेरठ में मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 373 पाया गया है, जिससे जाहिर है कि सबसे खराब स्थिति मेरठ की पाई गई है। मेरठ की हवा में पीएम-10, पीएम-2.5 का स्तर खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है।
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यूपी के इस शहर में पटाखा बेचने और फोड़ने पर लगा प्रतिबंध, सिर्फ इनपर रहेगी छूट नोएडा से ज्यादा असर मेरठ में वहीं सीपीसीबी की 164 शहरों की रिपोर्ट में मेरठ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 333 और मुजफ्फरनगर का 314 दर्ज हुआ जो बहुत खराब श्रेणी में है। लंबे समय तक इस स्थिति के संपर्क में रहने पर श्वसन संबंधी परेशानी हो सकती हैं। खास बात यह भी है कि इन दोनों शहरों की हवा दिल्ली और नोएडा जैसे शहरों से ज्यादा खराब रही। दरअसल, पिछले सप्ताह से बारिश बंद होने के चलते मौसम शुष्क हो गया है। यही वजह है कि नमी गायब हो चुकी है और धुल एवं धुएं के कण वातावरण में पहुंच रहे हैं। वहीं हवा शांत होते ही प्रदूषक एक ही स्थान पर बने हुए हैं और आगे नहीं बढ़ पा रहे। जिससे प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।