-विभिन्न किसान संगठनों ने सरकार को ज्ञापन भेजकर लाठीचार्ज की घटना की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की
-कलक्टर व एसपी से मिलकर किसान नेताओं ने घटनाक्रम पर जताया रोष
- इधर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता बोले, ऊपर वाला ही नहीं हुआ मेहरबान, अफसर क्या करे
हनुमानगढ़. कलक्ट्रेट के समक्ष पानी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे भाखड़ा क्षेत्र के किसानों पर लाठीचार्ज करने की घटना का विभिन्न किसान संगठनों ने विरोध किया है। घटना की निंदा कर इसकी निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर श्रीगंगानगर किसान यूनियन के नेता संतवीर सिंह की अगुवाई में किसानों का प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को एसपी, कलक्टर व मुख्य अभियंता से मिला।
इस दौरान आंदोलनकारी किसानों पर लाठी चलाने की घटना पर रोष जताया। किसान नेताओं ने कहा कि पुलिस ने बुजुर्ग किसानों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा। लंगर बांट रहे किसानों पर लाठी चलाकर उन्हें खदेड़ा। यह उचित नहीं है। संतवीर सिंह ने एसपी से मिलकर सवाल किया कि शराब कौन नहीं पीता। सरकार इसे बुरा मानती है तो कलक्ट्रेट के नजदीक ठेके क्यों खोल रखे हैं। इसे बेचने के लिए सरकारी विभागों को टारगेट क्यों दे रही है। एसपी से कहा कि शराब खरीदने की छूट सरकार ने जरूर दी है। लेकिन शराब पीकर विवाद करने की अनुमति नहीं दी है। एसपी अरशद अली ने किसान संगठनों की ओर से सुबूत के साथ शिकायत पत्र प्रस्तुत करने पर मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया। किसानों ने कलक्टर कानाराम से मिलकर पानी मामले पर चर्चा की। इस दौरान बंदी को टालने तथा किसानों को मांग के अनुसार पानी देने को लेकर संभावना तलाशने की बात कही। किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य अभियंता प्रदीप रुस्तगी से मिलकर सरहिंद फीडर की बंदी को टालकर बांधों का ेलेवल नीचे ले जाकर किसानों को अधिकतम पानी दिलाने का प्रयास करने की मांग की। ताकि किसानों की फसल को बचाया जा सके। किसानों के आक्रोश को देखते हुए एसपी कार्यालय व मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष पुलिस का जाब्ता तैनात रहा।
ऊपर वाला ही नहीं हुआ मेहरबान, अफसर क्या करे
किसान नेता संतवीर सिंह ने मुख्य अभियंता से मिलकर पानी मामले पर चर्चा की। इस दौरान जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता प्रदीप रुस्तगी ने बताया कि शेयर के अनुसार ही हम नहरों में पानी चला रहे हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि बांधों में पानी आया नहीं। इसलिए पंजाब, हरियाणा सभी जगह पानी की कमी आ रही है। गत दिनों मानसून सीजन खत्म होने पर रेग्यूलेशन कमेटी की बैठकों में विभाग ने सरकारी सिस्टम से पानी चलाने की बात कही थी। लेकिन किसान कहते रहे कि अभी पूरा पानी दे दो। बाद में ऊपर वाला मेहरबान हो जाएगा। लेकिन अभी तक ऊपर वाला मेहरबान नहीं हुआ है। मुख्य अभियंता ने बताया कि सरहिंद फीडर की जहां तक बात है तो पांच फरवरी तक इसे टालने के प्रयास में लगे हैं।
Hindi News / Hanumangarh / हनुमानगढ़ जिले में पानी के आंदोलन में अब ‘शराब और लाठी’ पर गर्माया माहौल