यह है पूरा मामला
थाना बिवांर में तैनात दरोगा नरोत्तमदास गत 2017 में कोर्ट के आदेश में दर्ज हुए मारपीट के एक मामले में जांच कर रहे हैं। क्षेत्र कल्ला निवासी मातादीन ने मेहेरा गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापक बाबू राम चक्रवती उसके चाचा जनडुलाल और रिश्तेदार शिक्षक भूपति निवासी मुस्कुरा के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दरोगा नरोत्तमदास ने आरोपी शिक्षक बाबूराम का नाम मुकदमे से निकलने के लिए पचास हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इतनी बड़ी रकम चुकाने में शिक्षक असहाय था। लिहाजा उसने हिन्दू युवा वाहिनी के नेता पुष्पेंद्र तिवारी से सम्पर्क किया और मदद की गुहार लगाई।
एसपी ने दरोगा को किया निलंबित
हिन्दू युवा के नेता तिवारी ने दरोगा नरोत्तमदास को फोन किया जिसमें उन्होंने बाबूराम का नाम मामले से हटाने के लिए दरोगा की पचास हाजर रुपए की डिमांड ज्यादा बताई और पांच हजार रुपए दिलाने की बात की। इस पर दरोगा ने 15 हजार रुपए देंने को कहा मंगलवार रात हुई इस बात चीत का ऑडियो वायरल हो गया और हड़कम्प मच गया। रात में एसपी ने दरोगा को लाइन हाजिर कर जांच सीओ मौदहा को सौंपी सुबह होते होते एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया।