इस दौरान सुनवाई कर रहे अपर कलेक्टर रिंकेश वैश्य सहित अन्य अधिकारी हक्के बक्के रह गए। हाल में ही मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एम्बुलेंस बुलाई और सीधे जेएएच के बर्न यूनिट पहुंचे जहां उसका उपचार किया गया। युवक की स्थिति गंभीर होते देखे कलेक्टर भी मौके पर पहुंचे और डॉक्टरों की टीम को सही इलाज करने के निर्देश भी दिए। लेकिन रविवार की दोपहर को युवक की मौत हो गई।
आग लगाने से पहले अनिल बरार ने भितरवार के पार्षद आशीष पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा रहा था। आग लगाने के बाद भी युवक का आरोप था कि आशीष और उसका साथी मुन्ना मेरी जमीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं। इसकी शिकायत सभी से की लेकिन किसी अधिकारी ने सुनवाई नहीं की। जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठा लिया।
अनिल बरार के मामले को लेकर प्रशासन उसी दिन अलर्ट हुआ और सीधे भितरवार पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। साथ ही जमीन पर अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई करने की भी बात कही गई। इस मामले को लेकर अभी जांच चल ही रही थी कि आग लगाने वाले युवक की रविवार की दोपहर को मौत हो गई।