निखिल पारिख निवासी राय सिंह का बाग ने बताया बहन भावना सोनी और जीजा राजेश निवासी रायसिंह के कुलदेवता लकाडिय़ा, कच्छ में स्थित है। वहां पटोत्सव कार्यक्रम था दोनों कुलदेवता के दर्शन और कार्यक्रम में शामिल होने 15 जुलाई को राजकोट गए थे। राजकोट में राजेश के बहनोई महेश रहते हैं उनसे मुलाकात कर रिश्तेदार बलवंत कबावडिय़ा सोनी के परिवार के साथ लकाडिय़ा गए। मंगलवार देर रात सभी वैन से वापस राजकोट लौट रहे थे। वापसी में वैन चालक सुरेश (40) ने मोरबी, कागदड़ी रोड पर पेट्रोल पंप पर गैस भरवाई।
यहां वेन राजकोट की तरफ बढ़ी तो टांकरा गांव के पास सामने से आ रहे ट्रक से टकराई गई इससे कार में आग लग गई। कुआवडा, राजकोट पुलिस के मुताबिक टक्कर से वेन के सभी गेट ब्लॉक हो गए। उसमें सोनी दंपति सहित उनके छह रिश्तेदार और वेन चालक था सभी अंदर फंसकर जिंदा जल गए हालांकि एक्सीडेंट के बाद राहगीरों ने किसी तरह वैन के गेट तोड़कर तीन लोगों को बाहर खींच भी लिया लेकिन आग तेजी पकड़ गई तो बाकी सब अंदर फंसे रह गए। बुरी तरह झुलसे तीनों लोगों को इलाज के लिए भेजा गया वहां उनकी मौत हो गई। वेन चालक सुरेश करीब एक घंटे तक धधकती वैन में फंसा रहा। राजेश और भावना की जिंदा जलने से भी दर्दनाक मौत हो गई। दोनों के शव का पोस्टमार्टम कर उन्हें ग्वालियर भेजा गया है।
जल्दी आने का बोल गए थे मां-पापा
गांधी मार्केट में गुजरात ज्वैल्र्स के संचालक राजेश और उनकी पत्नी भावना की दर्दनाक मौत से रायसिंह का बाग में मातम पसरा है। उनकी दो बेटियां दीप्ती (20) और हिमांशी (17) के अलावा बेटा जिगर (10) माता पिता की मौत की सूचना से सदमे में है। तीनों बच्चे रो-रोकर कह रहे हैं कि मां, पापा तो वादा कर गए थे कि जल्दी लौटेंगे।