नवदुर्गा में देवी की हर रोज की पूजा, यहां शहर वासी करते हैं विजर्सन
नवदुर्गा उत्सव की समाप्ति के साथ ही सागर ताल पर प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया है। निगम के मदाखलत कर्मचारियों द्वारा श्रद्धालुओं से माता की प्रतिमा लेकर जल में विसर्जित की जा रही है। इसके लिए नगर निगम की ओ से तीन शिफ्टों में कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
नवदुर्गा में देवी की हर रोज की पूजा, यहां शहर वासी करते हैं विजर्सन
ग्वालियर। नवदुर्गा उत्सव नवमी तिथि पर शहर की पांडालों में रखी देवी प्रतिमाओं का पूजन जोरशोर से हुआ। यहां हवन पूजन के साथ भंडारों का आयोजन किया गया। इसके साथ ही दोपहर बाद श्रद्धालुओं द्वारा देवी प्रतिमाएं लेकर सागरताल पहुंचें। यह श्रद्धालु ढोल नगाड़ों की गंूज के साथ भक्ति मय माहौल के साथ देवी विजर्सन के लिए पहुंचने लगे हैं। यह देवी की प्रतिमाएं जिस मार्ग से निकल रही हैं, उन मार्गों पर देवी प्रतिमा के दर्शन करने, पूजा-अर्चना करने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। यह प्रतिमा महाराज बाड़ा, मधौगंज, चेतकपुरी, कंपू, हजीरा, इंदरगंज, शिंदे की छावनी सहित कई क्षेत्रों के लोग पहुंचे। पहले दिन ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही है।
एक शिफ्ट में आठ से दस कर्मचारी रहेंगे तैनात
यहां आनेवाले श्रद्धालुओं से निगम कर्मियों द्वारा माता की प्रतिमाएं ली जा रही है। कोई भी श्रद्धालु को बेरीगेट्स के अंदर आने की परमीशन नहीं है। भारी संख्यामें पुलिसबल तैनत हैं। यहां सोमवार की सुबह के समय कम ही प्रतिमाएं आईं। दोपहर दो बजे के बाद प्रतिमाओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया है। शाम को श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। यहां साफ-सफाई के साथ ही रोशनी की उचित व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के आने से पेयजल की व्यवस्था, श्रद्धालुओं के विश्राम करने के लिए भी उचित व्यवस्था की गई।
वर्जन
सागरताल पर तीन शिफ्ट में कर्मचारी तैनात किए गए है। श्रद्धालुओं के आने पर उनके लिए उचित प्रबंधन किए गए हैं।
संदीप माकिन, आयुक्त नगर निगम
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