– अंचल में पांचवें चरण के तहत नए विवाद भी चिह्नित किए जा रहे हैं। जैसे कि पंचायत व महिला बाल विकास के केस भी लिए जाएंगे।
– ऐसे केस भी तलाशे जा रहे हैं, जो झगड़े का कारण बनते हैं। उन्हें पांचवें चरण में रखा जाएगा।
– घर पर ही विवाद सुलझ जाने से व्यक्ति का पैसा बर्बाद भी नहीं हुआ है। कोर्ट के चक्कर काटने में समय व रुपया दोनों ही बर्बाद होते हैं। इससे लोग बच जाएंगे।
– राजीनामे योग्य मामलों को इसमें रखा जाएगा।
– राजस्व, पुलिस के मामले भी इसमें रखे गए हैं। ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे ज्यादा आपराधिक व राजस्व के मामले लंबित थे, जिनका निराकरण हुआ है। ग्वालियर में तीसरे चरण में 11 हजार आपराधिक के खत्म हो गए।
चरण केस
पहला 5030
द्वितीय 10624
तृतीय 34814
चतुर्थ 148751
योग 199219 प्रदेश में लागू
समाधान आपके द्वार कार्यक्रम पूरे प्रदेश में लागू किया गया है। इसकी शुरुआत ग्वालियर हाईकोर्ट ने की थी। समाधान आपके द्वार कार्यक्रम से बड़ी संख्या में मामलों का निराकरण हुआ है।
अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर ग्वालियर