कॉन्क्लेव की तैयारियां राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (Rajmata Vijayaraje Scindia Agricultural University) सभागार में जोर-शोर से जारी हैं। इसमें शामिल होने जा रहे निवेशकों-उद्यमियों को ग्वालियर-चंबल संभाग का पूरा परिदृश्य समझाया जाएगा, ताकि यहां निवेश आ सके। प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र मवई में 210 हैक्टेयर, मोहना में 200 हैक्टेयर, गुरवल में 30 हैक्टेयर और चेनपुरा में 337 हैक्टेयर लैंड बैंक मौजूद है। वहीं कार्यक्रम स्थल पर दिल्ली सेे मंगाया गया जर्मन तकनीक का वाटर प्रूफ डोम लगाने का काम जारी है। इस कॉन्क्लेव में करीब चार हजार लोग शामिल होंगे।
ताइवान के प्रतिनिधि भी आएंगे
इस कॉन्क्लेव में शामिल होने के लिए कनाडा, नीदरलैंड, मेक्सिको, घाना और जाम्बिया के ट्रेड कमिश्नर ने प्रारंभिक स्वीकृति प्रदान कर दी थी। इनके साथ ही गुरुवार को ताइवान सहित कुछ अन्य प्रतिनिधियों ने भी स्वीकृति प्रदान की है।
7 और 8 फरवरी को भोपाल में होगा ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से निवेश को बढ़ाने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave) की शुरुआत की गई है। इसकी शुरुआत उज्जैन में 1 मार्च, जबलपुर में 20 जुलाई को की गई थी। ग्वालियर में 28 अगस्त के बाद सागर और रीवा में आरआइसी प्रस्तावित है। इसके बाद भोपाल में 7 और 8 फरवरी को इनवेस्ट मध्यप्रदेश ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का आयोजन होगा। वहीं ग्वालियर की अगर बात की जाए तो वर्ष 2008 में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट हुई थी, अब 16 वर्ष बाद फिर से रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने जा रही है।
ग्वालियर-चंबल के बीहड़ क्षेत्र में डिफेंस सेक्टर के निवेश के प्रयास
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (MP CM Dr Mohan Yadav) ने
ग्वालियर (Gwalior) में औद्योगिक संभावनाओं को लेकर कहा, ग्वालियर-चंबल अंचल के बीहड़ क्षेत्र की जमीन पर डिफेन्स सेक्टर में निवेश के लिये विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से जल्द ही चर्चा की जाएगी। अडानी समूह व अन्य बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने डिफेंस सेक्टर में निवेश करने के लिए रुचि दिखाई है। हिन्दुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड को प्रदेश में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है।