इसे रेकॉर्ड 16 महीने में 500 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। यह ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में तैयार हुआ है। यानी बिजली की बचत के लिए सोलर एनर्जी का उपयोग होगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कई नवाचार किए गए हैं। एयरपोर्ट पर ग्वालियर-चंबल अंचल की विरासत, संस्कृति और आधुनिकता की झलक दिखेगी। पीएम मोदी जल्द ही एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे।
एयरपोर्ट के मुख्य द्वार पर राजमाता विजयाराजे की प्रतिमा लगाई गई है। यहां ए 320 और बोइंग 777 जैसे विमान उतर सकेंगे। एकसाथ 9 एयरबस विमान पार्क हो सकेंगे। 700 कारों के पार्किंग की जगह है।