ग्वालियर। सिंधिया राजवंश की नयी पीढ़ी राजनिति में आने को तैयार है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र प्रिंस महाआर्यामन इन दिनों अमेरिका में उच्च शिक्षा लेने के साथ-साथ पॉलिटिकल ट्रेनिंग भी ले रहे है।
इस बार भी वे जब वे ग्वालियर आए तो उन्होंने कई संगठनों के सेमिनार में भाग लिया साथ ही इस दौरान वे खासतौर से युवाओं से भी रू-ब-रू हुए।
दरअसल 17 नवंबर को प्रिंस महाआर्यामन का जन्मदिन था और वे अब 21 साल के, यानि बालिग हो गए हैं। सिंधिया राजवंश के वर्तमान महाराज हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया औऱ उनके एक बेटा और बेटी है। इनमें बेटा का नाम प्रिंस महाआर्यामन और बेटी का नाम अनन्या राजे है।
प्रिंस महाआर्यामन अभी अमेरिका के शिकागो की येल यूनीवर्सिटी में ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इससे पहले उनकी स्कूली शिक्षा देहरादून के दून स्कूल से हुई है।जादी के बाद से ही सिंधिया राजवंश का इतिहास रहा है कि यहां के वारिसों ने पहले एजूकेशन पूरी की और फिर राजनीति में आए।
माधवराव सिंधिया से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विदेश में स्टडी पूरी की और फिर फुल टाइम राजनीति के मैदान में उतरे। स महाआर्यामन की भी तैयारी ऐसी ही है। महाआर्यामन का जन्म 17 नवंबर 1995 को हुआ था। अब वे 21 साल के हो चुके हैं और जानकारी के अनुसार उनकी राजनीति से जुडऩे की ट्रेनिंग देने का जिम्मेदारी मां प्रियदर्शिनी राजे के पास है।
ये हैं महाआर्यामन की राजनीतिक गुरु…
प्रिंस महाआर्यामन कई बार अपनी मां प्रियदर्शिनी राजे के साथ संसद के गलियारों में भी देखे जा चुके हैं।
वर्ष 2014 में जब उनके पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे तो महाआर्यामन ने यहां सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। वहीं इस बार गर्मी की छुट्टियों में जब प्रिंस महाआर्यामन ग्वालियर आए तो उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस दौरान वे जैन मुनि से मिलने के अलावा ख्वाजा खानून की दरगाह सहित किले पर बने गुरुद्वारे में भी गए।
इसके अतिरिक्त इस दौरान उन्होंने लायंस क्लब में ग्वालियर के युवाओं से भी बात की। मीडिया से दूर प्रिंस महाआर्यामन अपने महल जयविलास पैलेस में भी लोगों से मिलते हैं। लोगों के मुताबिक महाआर्यमन फेसबुक के माध्यम से अपने समर्थकों से जुड़े रहते हैं और हर फेस्टीवल के मौके पर उन्हें बधाई देना नहीं भूलते।
महाआर्यमन अपनी मां प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया के ज्यादा क्लोज हैं। हालांकि पिता से उनका रिश्ता अब दोस्ताना हो गया है। इससे पहले स्वयं ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कह चुके हैं कि युवराज अब बड़े हो गए हैं और वे उनसे उसी प्रकार का व्यवहार करते हैं।
Hindi News / Gwalior / अमेरिका में सिंधिया राजवंश के ये प्रिंस सीख रहे राजनीति करने के गुर