कलेक्टर ने ये आदेश अचानक दिया था और उस वक्त सारे विभागों के अधिकारी मीटिंग में मौजूद थे। बैठक के बीच दिए निर्देश के कारण कोई भी अधिकारी न तो अपनी जगह से उठ पाया और न कोई अपने कार्यालय में हिस्ट्री डिलीट करने का संदेश भेज सका। तीन सदस्यों की टीम ने जब कार्यालयों में पहुंचकर कंप्यूटरों की हिस्ट्री चेक की तो उसमें पोर्न साइट्स, यूट्यूब और हॉटस्टार देखे जाने का पता चला रहा है।
वहीं, जो टीम कलेक्ट्रेट स्थित दफ्तरों की जांच करने गई थी। उस टीम ने जांच रिपोर्ट ग्वालियर कलेक्टर को सौंप दी है। अब मंगलवार को एडीएम के द्वारा संबंधित लोगों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा जाएगा। वैसे कंप्यूटरों को चिह्नित किया गया है, जिनमें पोर्न वीडियो देखे जाने के प्रमाण मिले हैं। लेकिन इस रिपोर्ट के बाद जिले के प्रशासनिक अधिकारी हैरान हैं।
निर्वाचन विभाग में जहां विधानसभाओं का काम होता है, उनके कंप्यूटर की हिस्ट्री में पोर्न सहित अन्य आपत्तिजनक हिस्ट्री मिली है। महिला बाल विकास के कंप्यूटर की हिस्ट्री में गायिका सपना चौधरी के देखने की जानकारी मिली है। वहीं, अन्य कार्यालयों के कंप्यूटर मेें आपत्तिजनक सामग्री मिली है।
सरकारी कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरते जाने के मामले तो आए दिन सामने आते हैं। ग्वालियर में जांच के दौरान जो बातें सामने आई हैं, उससे तो यही लगता है कि ये कर्मचारी सरकारी कार्यों को छोड़ मनोरंजक वीडियो देखने में लगे रहते हैं। फिलहाल लोगों को इंतजार कार्रवाई का है। आखिर ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई क्या होती है।