इंस्पेक्टर अबसार ने साइबर सेल को बताया कि मनीलॉड्रिंग केस में जेल भेजने की धमकी देकर जालसाजों ने उन्हें 2 दिसंबर को डिजिटल अरेस्ट कर चार बैंक खातों के नंबर दिए थे। इन्हीं खातों में ठग गिरोह 29 दिन तक उनकी जमा पूंजी ट्रांसफर करवाता रहा।
साइबर सेल अधिकारियों का कहना है, इन खातों की डिटेल निकाली है। इनमें अबसार अहमद से ऐंठा पैसा आने के कुछ मिनट बाद ही ठगों ने रकम अलग राज्यों के बैंक खातों में ट्रांसफर की है। अभी तक पांच राज्यों के करीब 15 बैंक खाते तो नजर में आए हैं। लेकिन इनकी गिनती और बढ़ेगी। क्योंकि इन बैंकों में अबसार का पैसा ट्रांसफर होने के बाद रुका नहीं है। उसे आगे दूसरे बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया है।
क्रिप्टो में ट्रांसफर
साइबर एक्सपर्ट की नजर में अबसार अहमद से ऑनलाइन 71 लाख रुपए लूटने वालों के तार भी सरहद पार से जुड़े हो सकते हैं। तह तक पहुंचने के लिए लूटी हुई रकम का आखिरी ट्रांफसर सामने आने का इंतजार है। अभी तक जिन बैंक खातों में पैसा पहुंचने का पता चला है उनके धारकों के नाम-पते हासिल किए हैं। इनसे ठगों के कई राज खुलेंगे।
यह है मामला
बीएसएफ के साइबर इंस्पेक्टर अबसार अहमद को साइबर ठगों ने मनी लॉड्रिंग केस में वांटेड बताकर 29 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान ठगों ने उनके परिवार को भी जेल भेजने की धमकी दी थी। इस बात से अबसार घबरा गए। उन्होंने ठगों के कहने पर जमा पूंजी और प्लॉट तक बेचकर करीब 71 लाख रुपया ठगों के बताए बैंक खातों में ट्रांसफर किया था।