मृतक के परिवार का आरोप है कि कनाडा में जाकर बसे उनके रिश्तेदार के परिवार ने ही सुपारी देकर जसवंत की हत्या कराई है। चार दिन पहले उनकी साजिश की भनक भी लगी थी, जसवंत सिंह को उसके परिचितों ने इस तरह के जानलेवा हमले के संबंध में आगाह भी किया था। लेकिन परिजन का कहना है कि, जसवंत ने उस बात को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा उसे जान गवा कर भुगतना पड़ा।
यह भी पढ़ें- एमपी के इस शहर में डेंगू के साथ चिकनगुनिया भी तेजी से फैलने लगा, एक ही दिन में मिले 12 मरीज 8 साल पुरानी दुश्मनी में हुई हत्या
हत्या के पीछे 8 साल पुरानी दुश्मनी कारण बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि, जसवंत पर 2016 आदित्यपुरम में रिश्तेदार सुखविंदर सिंह की हत्या का आरोपी था। न्यायालय ने जसवंत को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वह जेल में सजा काट रहा था, लेकिन 5 दिन पहले ही वो पैरोल पर घर आया था। तभी से वो डबरा स्थित अपने घर में रह रहा था।
हत्या के बाद पिता और भाई परिवार संग कनाडा जा बसे
जसवंत के घर वाले उसकी हत्या को उसके परिजन सुखविंदर की हत्या का बदला बता रहे हैं। घर वालों का कहना है कि, सुखविंदर सिंह के परिजन ने पूरी साजिश रचकर जसवंत की हत्या कराई है। करीब 3 महीने पहले सुखविंदर के पिता रजविंदर सिंह और भाई सत्यपाल सिंह ग्वालियर स्थित अपनी संपत्ति बेचकर कनाडा में शिफ्ट हो गए थे। वहां बैठकर ही उन्होंने जसवंत की हत्या की प्लानिंग की और शूटर को सुपारी देकर हत्या कराई है। यह भी पढ़ें- Weather Update : एमपी में ठंड की शुरूआत, पचमढ़ी में 11.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा तापमान बेखौफ और ट्रेंड थे जसवंत के हत्यारे
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोनों हत्यारे इतने बेखौफ और ट्रेंड थे कि उन्हें मौके पर मौजूद अन्य लोगों का कोई खौफ नहीं था। दोनों बाइक पर सवार होकर आए और एकाएक जसवंत पर फायरिंग शुरु कर दी। हत्यारों को पहचाने जाने का भी कोई खौफ नहीं था। दोनों के चेहरे खुले थे। सरेआम जसवंत की हत्या कर दोनों फरार हो गए।