1.’सर, परीक्षा के एक दिन पहले बीमार हो गया था, पढ़ाई नहीं कर पाया, प्लीज आप मुझे पास कर दो।’ 2. ‘इस बार कठिन पेपर था, मुझे फेल मत करना, पासिंग नंबर दे देना…।’
उत्तर पुस्तिका (Answer Sheet) का मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों ने बताया कि इस प्रकार के नोट्स से कॉपी चेकिंग से उन्हें प्रभाव नहीं पड़ता है। विद्यार्थियों ने जितना और जैसा लिखा है उसे उस हिसाब से ही नंबर दिए जा रहे हैं।
कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा (MP Board Exam 2024) में अधिकतर विद्यार्थियों ने परीक्षा के दौरान माता पिता और परिजन की बीमारी का तर्क दे रखा है। वहीं कुछ विद्यार्थी ने खुद की बीमारी होने की बात कही है। इसके अलावा कुछ विद्यार्थियों ने कठिन पेपर आने की वजह तो किसी ने परिवार में गमी का कारण बताकर मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों से छात्रों ने भावनात्मक अपील की है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) की ओर से शिंदे की छावनी कन्या उ. मा. विद्यालय को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। यहां सीसीटीवी कैमरे सहित कड़ी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था के साथ 500 से अधिक शिक्षकों द्वार मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है। यहां करीब ढाई लाख कॉपियों की जांच की जानी थी, इसमें से एक लाख कॉपियां अभी जांची जा चुकी हैं।