प्रदेश के बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारी आजकर कासे परेशान दिखाई दे रहे हैं। उनकी परेशानी की वजह विभाग के मंत्री की अति संक्रियता है। मंत्री जी ऑनस्पॉट पहुंचकर जनता के लिए कड़े हो जाते हैं और विभाग के अमले की सांसे फूल जाती हैं। जाता मामला ग्वालियर के हरिहर नगर का है जहां बिजली संकट को लेकर हरिहर नगर के लोगों ने बुधवार रात 12 बजे ऊर्जा मंत्री से गुहार लगाई।
मंत्री ग्वालियर में मौजूद नहीं थे तो जब उनके पास खबर पहुंची वह गुरुवार को भोपाल से सुबह 4 बजे ट्रेन से पहुंचे और सीधे हरिहर नगर के लिए रवाना हो गए। मौके पर मंत्री के पहुंचने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारी भी पहुंच गए और काम शुरु हुआ। हरिहर नगर में इसकार्य के लिए फंड की जरूरत पड़ने पर ऊर्जा मंत्री के फंड से 9 लाख रुपए दे दिए गये। अब बिजली कर्मचारियों के पास काम करने के अलावा कोई चारा नहीं रहा तो काम शुरु हुआ। जब तक काम चलता रहे मंत्री प्रदुम्न सिंह खटिया डालकर मौके पर ही लेट गए। कॉलोनी में तीन खंभे और 200 मीटर लाइन डालने में साढ़े छह घंटे लग गए। जब कॉलोनी के घर रोशन हो गई तब मंत्रीजी रवाना हुए। प्रदेश सरकार के मंत्री को खुद के विभाग से ऐसे कराना पड़ता है।