ग्वालियर

आंधी बारिश के दौरान छिप जाएं घरों के अंदर नहीं तो जा सकती है आपकी जान, देखिए कैसे सिर पर मंडराती है मौत !

आंधी बारिश के दौरान छिप जाएं घरों के अंदर नहीं तो जा सकती है आपकी जान, देखिए कैसे सिर पर मंडराती है मौत !

ग्वालियरMay 26, 2018 / 01:09 pm

Gaurav Sen

आंधी बारिश के दौरान छिप जाएं घरों के अंदर नहीं तो जा सकती है आपकी जान, देखिए कैसे सिर पर मंडराती है मौत !

ग्वालियर। तेज आंधी और बारिश में सबसे अधिक परेशानी राह चलने वालों को होती है। शहर में कई स्थान ऐसे हैं जहां से संभलकर नहीं निकलें तो आंधी और बरसात के दौरान हादसा हो सकता है। यहां बेतरतीब होर्डिंग, जर्जर पेड़ आपकी जान के दुश्मन बन सकते हैं। अदालत के कई आदेशों केबावजूद अवैध होर्डिंग हटाए नहीं जा सके। पहले भी इन होर्डिंग्स से कई घटनाएं हो चुकी हैं।

हो चुके हैं हादसे

1. करीब चार वर्ष पूर्व सिटी सेंटर में बनी आनंददीप बिल्डिंग के ऊपर लगे होर्डिंग के गिरने से एक छात्रा की रीढ़ की हड्डी में गहरी चोट आई थी।

2. गुरुवार शाम आंधी के कारण महाराज बाड़े पर नगर निगम के भंडार कक्ष के ऊपर लगी लोहे की आठ चादरें नजरबाग मार्केट में गिरीं जिसमें एक महिला चोटिल हो गई थी।

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ये हो सकते हैं खतरनाक

पड़ाव पुल: पड़ाव पुल पर मंशापूर्ण मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर होर्डिंग तो उतार लिया गया है पर इसे उसी के पिलर से टिकाकर रख दिया गया है। कुछ इसी तरह से एजी पुल पर भी उतारे गए होर्डिंग टिकाकर रख दिए गए हैं।


गांधी रोड: गांधी रोड स्थित कमिश्नर बंगले के पास आधा टूटा पेड़ लगा है। इसी रोड पर एक पेड़ पूरी तरह से सड़क की ओर झुक गया है। ये दोनों ही पेड़ कभी भी गिर सकते है।

न्यू कलेक्ट्रेट रोड: न्यू कलेक्ट्रेट रोड पर लगाई गई गेंट्री इतनी जर्जर अवस्था में है कि इसका एक ओर का हिस्सा किसी भी दिन गिर सकता है।


24 घंटे बाद भी निगम नहीं चेता
नजरबाग मार्केट में गुरुवार शाम आंधी-पानी से उड़ी लोहे की चादरों को 24 घंटे बाद भी नगर निगम सुधार नहीं पाया है। यहां के हालात जस के तस बने हुए हैं, कभी भी तेज हवा या आंधी से यहां की चादरें फिर उड़ सकती हैं।

सुंदरता के चक्कर में सड़क की नाली ही कर दी बंद
ग्वालियर। नगर निगम द्वारा स्टेशन बजरिया में किए जा रहे सौंदर्यीकरण के काम में स्टेशन के सामने वाली पट्टी पर बनी दुकानों से लगी नाली को पूरी तरह से पैबर टाइल्स से ढंक दिया गया है। नाली को ढंक दिए जाने से स्थानीय दुकानदारों को परेशानी होने लगी है। व्यापारियों का कहना है कि नाली के बंद कर देने से यहां अभी से पानी भरने लगा है, बरसात के दिनों में क्या होगा।

व्यापारी बोले…आएगी परेशानी


10 से 15 फीट पर बनाए हैं चैंबर
नगर निगम की ओर से हमें नालियों को ढंकने का कार्य दिया गया है। सड़क का पानी नालियों में जाए इसका हमने ध्यान रखा है इसके लिए 10 से 15 फीट की दूरी पर कई चैंबर बनाए हैं।
भूपेन्द्र शर्मा, ठेकेदार

नाली के पानी की निकासी कैसे होगी, इसके बारे में बिना सोचे-समझे निगम ने नाली को बंद करा दिया है। अब बरसात में परेशानी आएगी।
वीरेन्द्र कुमार रस्तोगी, दुकानदार


नाली बंद करने से पहले कम से कम दुकानदारों से तो निगम को पूछ लेना चाहिए था, पता नहीं किस तरीके से यहां का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
मनोहर लाल जैन, दुकानदार

जब ये नाली पूरी तरह से भर जाएगी तो बंद होने के कारण इसे साफ कैसे किया जाएगा, ये समझ के परे है।
नानकराम फेरवानी, दुकानदार


बिना व्यापारियों से पूछे निगम ने यहां नाली को बंद करा दिया। बंद करने से पूर्व नाली की सफाई भी नहीं की गई है।
रीतेश गुप्ता, दुकानदार

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