बरई विद्यालय के कक्षा चार में पढऩे वाली छात्रा पार्वती आदिवासी सोमवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे लांच ब्रेक के दौरान खेलते हुए लोहे के गेट के पास खड़ी हुई थी। इसी दौरान गेट अचानक गेट गिरने से उसके दोनों पैर मेें फ्रेक्चर आ गया। स्कूल प्राचार्य प्रेमलता सोन तत्काल उसे लेकर जयारोग्य चिकित्सालय पहुंची और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार को सूचना दी। वहीं जेएएच में बच्ची का उपचार किया जा रहा है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। हालांकि अब उस दोनों पैरों का ऑपरेशन किया जाएगा। वहीं मंगलवार की दोपहर को जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी बच्ची को देखने अस्पताल पहुंचे और हर तरह की सहायता देने का आश्वासन बच्ची के परिजन को दिया गया। स्कूल में हुई घटना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों को आदेश जारी किए कि वह अपने-अपने स्कूलों की खिड़कियों और गेटों को दुरुस्त रखें, जिससे इस तरह की घटना दोबारा घटित न हो। वहीं स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है।गेट के टूटे हुए थे हुक, शिकायत करने पर भी नहीं हुई सुनवाई
बच्ची के साथ हुई घटना के बाद स्कूल प्राचार्य ने बच्ची के परिजनों को पांच हजार रुपए की सहायता दी और उसके परिवार का आयुष्मान कार्ड बनवाया। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्ची के साथ हुई घटना के मामले में प्राचार्य को नोटिस देने की बात कही। बताया जा रहा है कि स्कूल के मुख्य द्वार पर लगे गेट के हुक काफी समय से टूटे पड़े हुए थे। छात्रों व उनके परिजनों ने गेट सुधारने के लिए कई बार स्कूल प्रबंधन से भी कहा। लेकिन उसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।
बच्ची को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी बरई में लोहे का गेट गिरने से बच्ची के दोनों पैर फैक्चर हो गए हैं। जेएएच में उपचार किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ और मैं खुद बच्ची को देखने अस्पताल गए थे। उसकी हालत में सुधार है। कल उसके पैरो का ऑपरेशन किया जाए। बच्ची को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी