जिला अस्पताल और केआरएच में एक पलंग पर तीन-तीन बच्चों को भर्ती किया गया है। निजी अस्पतालों में भी पलंग मिलने में परेशानी आ रही है। उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की व्यवस्था चरमराई हुई है। जिस क्षेत्र में डेंगू के मरीज बढ़े हैं। वहीं, पर हर दिन आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। कॉलोनी और मोहल्ले गंदगी से पटे हैं, जिसमें कई जगह जल भराव की स्थिति है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में डेंगू के हालात और भी भयावय रूप ले सकते हैं।
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750 बच्चे बीमार, अब अस्पताल में बेड भी नहीं
अक्टूबर में सबसे ज्यादा बुरा हाल
इस वर्ष सबसे ज्यादा डेंगू अक्टूबर महीने में ही आया है। अभी 30 दिनों में ही संख्या बढ़कर 1518 हो गई है। जबकि, दूसरे शहरों में यह संख्या काफी कम है। अक्टूबर में इंदौर 357, जबलपुर में 95 तो भोपाल में 205 मरीज मिले हैं।
ग्वालियर में 7 साल का रिकॉर्ड टूटा
शहर में डेंगू इस बार तेजी से फैल रहा है। डेंगू ने पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड भी तोड़े हैं। इसमें इंदौर में दस साल का तो ग्वालियर में सात साल में सबसे ज्यादा डेंगू की संख्या इस बार आई है।ग्वालियर में इससे पहले 2018 में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीजों की संख्या 1202 थी, लेकिन अब यह संख्या 1518 पर पहुंच गई है।
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