ग्वालियर

mahashivratri 2020 : चंबल के इस मंदिर में सालों से जल रही है अखंड ज्योति, देश में विख्यात है महिमा

महाशिवरात्री पर्व पर शहर सहित अंचल के मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

ग्वालियरFeb 21, 2020 / 12:38 pm

monu sahu

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ग्वालियर। 11वीं सदी में महान शासक पृथ्वीराज चौहान द्वारा निर्मित कराया गया वनखंडेश्वर महादेव मंदिर मध्यप्रदेश के चंबल संभाग सहित देश में अपनी खूबसूरती-दिव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए विख्यात है। यह मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का केंद्र है। वैसे तो यहां हर दिन बड़ी संख्या में भक्त आते है,लेकिन आज महाशिवरात्री के पावन पर्व पर यहां लाखों की संख्या में भक्त उमड़े। मंदिर में सुबह से ही कांवरियों के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का मेला लगा हुआ है। मंदिर में शिवलिंग स्थापना के बाद से ही यहां अखंड ज्योति प्रज्वलित हो रही है। इस सिद्धपीठ पर दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा अर्चना और दीपक घी से भरने के लिए आते रहते हैं।
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अन्न-जल ग्रहण करने का लिया था संकल्प
ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार भिण्ड जिले में इस सिद्ध शक्तिपीठ वनखंडेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण दिल्ली के तत्कालीन शासक पृथ्वीराज चौहान द्वारा महोबा के राजा आल्हा और उदल से युद्ध करने जाते वक्त बनवाया था। ग्रामीणों ने बताया कि चौहान द्वारा शिव पूजन पश्चात अन्न-जल ग्रहण करने का संकल्प लिया था,जब उन्होंने इस स्थान पर पड़ाव डाला तब लिए गए नियम की पूर्ति के लिए वनखंडेश्वर में शिवलिंग की स्थापना कराई गई। इसके बाद से ही सिद्ध पीठ पर अखंड ज्योति प्रज्वलित है। यहां दो दीपक निरंतर जलते रहते हैं। आसपास के लोगों ने बताया कि जिस स्थान पर निरंतर 12 वर्ष तक अखंड ज्योति, पाठ, भजन-कीर्तन, आरती की प्रक्रिया चलती है वह सिद्धपीठ बन जाती है।
Famous Temple Of Lord Shiva Vankhandeshwar Mahadev mandir
दो दिन पहले ही शुरू कर दी थी तैयारियां
21 फरवरी शिवरात्री के महापर्व पर वनखंडेश्वर महादेव मंदिर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर जहां एक प्रशासन और पुलिस द्वारा व्यवस्थाएं बनाए रखने के इंतजाम है। वहीं दूसरी ओर मंदिर प्रबंधन द्वारा मंदिर की साज- सज्जा सहित अन्य सुविधाएं जुटाने के लिए विशेष रूप से तैयारियां दो दिन पहले ही शुरू कर दी थी।
गंगाजल से करते हैं अभिषेक
बताया जाता है कि देवाधिदेव भगवान शिव का अभिषेक गंगाजल से किया जाता है। इसके लिए कांवरिए सिंगी रामपुर से गंगाजल लेकर आते हैं। मान्यता है वनखंडेश्वर महादेव मंदिर पर पूजा अर्चना करने से मनचाही मुराद पूरी होती है। यह भी माना जाता है कि मंदिर में कोई झूठी कसम नहीं खाता है और जो ऐसा करता है उसके साथ अनहोनी घटित होती है।
Famous Temple Of Lord Shiva Vankhandeshwar Mahadev mandir
शिव मंदिर में उमड़ी भीड़
महाशिवरात्री पर्व को लेकर शहर के अचलेश्वर महादेव मंदिर,कोटेश्वर महादेव, भूतेश्वर महादेव,मर्काडेंश्वर महादेव सहित शहर के अन्य मंदिरों पर भी हजारों की संख्या में भक्त बाबा के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस भी मुस्तैद रही।

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